ओलंपिक में शामिल किया जाए क्रिकेट: सहवाग
क्रिकेट को काफी समय से ओलंपिक खेलों में शामिल करने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक इस मामले में सफलता नहीं मिल पाई है। विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने भी क्रिकेट को ओलंपिक खेलों में शामिल करने की पैरवी की है।
देहरादून। क्रिकेट को काफी समय से ओलंपिक खेलों में शामिल करने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक इस मामले में सफलता नहीं मिल पाई है। विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने भी क्रिकेट को ओलंपिक खेलों में शामिल करने की पैरवी की है। उनका मानना है कि एशिया व अफ्रीकी देशों में तो क्रिकेट के प्रति लोगों में क्रेज है, लेकिन विश्व के कई देशों में अभी भी क्रिकेट नहीं खेला जाता। दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि अगर इन देशों में क्रिकेट के प्रति रुझान पैदा करना है तो क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल किया जाना बेहद जरूरी है।
मुल्तान का सुल्तान के नाम से फेमस भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि एशियाई देशों में क्रिकेट का सबसे ज्यादा क्रेज है। लेकिन इस खेल को दुनिया के अन्य देशों तक भी पहुंचाना है इसके लिए बड़ा प्लेटफार्म खड़ा करना होगा और शायद क्रिकेट के लिए ओलंपिक खेलों से बड़ा प्लेटफार्म शायद ही कोई हो। इसका एक कारण यह है भी है कि जब क्रिकेट ओलंपिक में शामिल होगा तो हर देश चाहेगा कि वह इस खेल में भी पदक जीते। इससे प्रतिस्पर्धा तो बढ़ेगी ही, साथ ही खेल को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि पिछले काफी समय से क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल करने के प्रयास तो किए जा रहे हैं, पर अभी तक हमें आशातीत सफलता नहीं मिल पाई है।
आइसीसी की कोशिश जारी
वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि क्रिकेट को और देशों तक ले जाने के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आइसीसी) लगातार प्रयास कर रही है। उनका प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा देश क्रिकेट खेलना शुरू करें और अपनी भागीदारी निभाएं।
..तो दस एकड़ में करता गुजारा
वीरू ने बताया कि उनसे अक्सर सवाल किया जाता है कि यदि वह क्रिकेटर न होते तो क्या होते। इस पर वे जवाब भी हमेशा अलग-अलग ही देते हैं। कभी वह इस सवाल का जवाब इंजीनियर, कभी डॉक्टर तो कभी कुछ और देते हैं। लेकिन जागरण से बातचीत में उन्होंने खुलासा किया कि हमारे पास गांव में सौ एकड़ जमीन है। जिसमें से मेरे हिस्से में दस एकड़ जमीन आती है। उन्होंने कहा कि सच यही है कि यदि मैं क्रिकेटर न होता तो गांव में अपनी दस एकड़ जमीन में गुजारा कर रहा होता।
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