नए नियमों के तहत खेली जाएगी इंग्लैंड-वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज, कोरोना सब्स्टीट्यूट को मंजूरी
मंगलवार को आईसीसी ने नए नियमों की घोषणा की जिसमें खिलाड़ियों द्वारा गेंद को चमकाने के लिए लार पर पाबंदी और टेस्ट क्रिकेट में कोरोना सब्स्टीट्यूट भी शामिल है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। दुनियाभर में फैली कोरोना महामारी की वजह से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) ने अपने नियमों में बदलाव किया है। मंगलवार को आईसीसी की तरफ से तीन बड़े बदलाव किए गए। क्रिकेट समिति द्वारा गेंद चमकाने के लिए लार कि इस्तेमाल पर पाबंदी सबसे अहम बदालव रहा। इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच अगले महीने से खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज अब नए नियमों के तहत खेली जाएगी।
मंगलवार को आईसीसी ने नए नियमों की घोषणा की जिसमें खिलाड़ियों द्वारा गेंद को चमकाने के लिए लार पर पाबंदी और टेस्ट क्रिकेट में कोरोना सब्स्टीट्यूट भी शामिल है। क्रिकेट कमेटी के चेयरमैन अनिल कुंबले की अध्यक्षता में कोरोना की गंभीरता को देखते हुए गेंद चमकाने के लिए खिलाड़ियों द्वारा लार का इस्तेमाल करने पाबंदी लगाए जाने की सिफारिश की गई थी साथ ही इंटरनेशनल सीरीज के दौरान घरेलू अंपायरों को मैदान पर उतारने का भी सुझाव दिया गया था।
अतिरिक्त डीआरएस, 32 इंच का लोगो भी
अब टीमों को एक अतिरिक्त डीआरएस भी मिलेगा क्योंकि अब से द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज में स्थानीय अंपायर होंगे। इसके अलावा खिलाड़ियों की जर्सी पर 32 इंच के अतिरिक्त लोगो की भी अनुमति दे दी गई है ताकि कोरोना संकट के कारण आर्थिक नुकसान उठा रहे बोर्ड कमाई कर सकें।
वनडे और टी--20 में नहीं लागू होगा नियम :
टेस्ट मैच के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण पाए जाने पर सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी को उतारने का विकल्प रहेगा। कनकशन विकल्प की तरह मैच रेफरी इसके विकल्प को मंजूरी देंगे। यह नियम वनडे या टी--20 में लागू नहीं होगा।
पहले चेतावनी, फिर पेनाल्टी :
खिलाड़ियों को गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल की अनुमति नहीं रहेगी। खिलाड़ी अगर ऐसा करता है तो अंपायर शुरू में कुछ समय रियायत देंगे लेकिन बार बार उल्लंघन पर टीम को चेतावनी दी जाएगी। टीम को दो चेतावनी मिलेंगी लेकिन बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम पर पांच रन की पेनाल्टी लगाई जाएगी। गेंद पर जब भी लार लगाई जाएगी तो अंपायरों को उसे साफ करने के निर्देश रहेंगे।