जामिया हिंसा पर आकाश चोपड़ा का ट्वीट, लिखा- ताकत से आवाज दबाकर भारत महान नहीं बनेगा
रविवार को हुई दिल्ली में हुई हिंसा के बाद तमाम सेलिब्रिटी इस पर अपनी राय दे रहे हैं। पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने भी ट्वीट कर हालात पर चिंता जताई।
नई दिल्ली, जेएनएन। देश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध पर हिंसा की जा रही है। शिक्षण संस्थानों में इसको लेकर ज्यादा विरोध जताया जा रहा है। असम और बंगाल से शुरू हुई हिंसा रविवार को दिल्ली तक पहुंच गई। दिल्ली और अलीगढ़ में कानून पर विरोध जताया जा रहा है। रविवार को हुई हिंसा के बाद तमाम सेलिब्रिटी इस पर अपनी राय दे रहे हैं। पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने भी ट्वीट कर हालात पर चिंता जताई।
जामिया में सबसे ज्यादा बवाल
दिल्ली के जामिया मिल्लिया विश्वविद्यालय और अलीगढ़ के एएमयू में उपद्रवियों ने हिंसक विरोध करते हुए दिल्ली में कई बसें जला दी यहां तक की उन्होंने पुलिस चौकियों को भी नहीं छोड़ा। जानकारी के मुताबिक कुछ चौंकियों को भी आग के हवाले कर दिया गया। हिंसा में छात्रों, पुलिसकर्मियों और दमकलकर्मियों समेत तकरीबन 60 लोग घायल हो गए।
Deeply disturbing visuals from educational institutions across the country. Teary eyed. They are one of us. These kids are the future of this country. We don’t make India great by silencing their voices with the use of force. You’ll only turn them against India.— Aakash Chopra (@cricketaakash) December 16, 2019
इस मामले पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने सोशल मीडिया पर अपनी बात रखी। उन्होंने लिखा, "देशभर के शिक्षण संस्थानों से मिल रही इन दृथ्यों के देखकर मैं बेहद आहत हूं। आंखों में आंसू हैं। ये हमारे में से ही एक हैं। यह बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं। हम उनकी आवाज को ताकत के बल पर दबाकर भारत को महान नहीं बना सकते हैं। आप सिर्फ इन सबको भारत के खिलाफ ही करेंगे।"
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इससे पहले भारत के अनुभवी ऑलराउंडर इरफान पठान ने भी जामिया में हुई हिंसा को लेकर अपनी चिंता जताई थी। सोमवार की सुबह इरफान ने सोशल मीडिया पर घटना पर अपनी राय देते हुए लिखा था कि वह छात्रों को लेकर बेहद चिंतित हैं। इरफान ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘‘राजनीतिक आरोप और प्रत्यारोप का दौर तो चलता ही रहेगा, लेकिन मुझे और मेरे देश को चिंता जामिया मीलिया के छात्रों को लेकर है।''