भारतीय टीम के खिलाफ तेज गेंदबाज की भूमिका अहम, पर लार के बिना गेंद को कैसे करा पाएंगे स्विंग- ब्रेट ली
ब्रेट ली ने कहा कि लार के इस्तेमाल के बिना ऑस्ट्रेलिया में कूकाबुरा गेंद को स्विंग कराना भारत व ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों का लिए आसान नहीं होगा।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय टीम इस साल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाएगी और दोनों के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाएगी। इस टेस्ट सीरीज को लेकर कंगारू टीम के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने कहा कि टीम इंडिया के खिलाफ इस घरेलू सीरीज में टीम के तेज गेंदबाज महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने ये भी कहा कि हमें ये भी देखना होगा कि इस सीरीज में लार के इस्तेमाल के बिना कूकाबुरा गेंद कितनी स्विंग करती है। ऑस्ट्रेलिया की टीम में जोस हेजलवुड, मिचेल स्टार्क व पैट कमिंस जैसे दिग्गज गेंदबाज मौजूद हैं।
कोविड 19 महामारी वजह से आइसीसी ने गेंद पर लार के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया है, लेकिन ब्रेट ली ये चाहते हैं कि आइसीसी गेंद को चमकाने के लिए कृत्रिम पदार्थ के इस्तेमाल की इजाजत दे जिससे की गेंद और बल्ले के बीच टक्कर देखने को मिले। उन्होंने कहा कि जब आप अपने देश में खेलते हैं तो आपको यकीनन फायदा मिलता है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत की सबसे मजबूत टीम आएगी, लेकिन मुझे यकीन है कि हम जीतेंगे और इसमें गेंदबाज अहम किरदार होंगे।
उन्होंने कहा कि कूकाबूरा गेंद की सिलाई टेस्ट मैचों में उपयोग होने वाली दूसरे गेंदों यानी एसजी या ड्यूक्स की तरह से उभरी नहीं होती है। लार का इस्तेमाल नहीं होने की वजह से दोनों टीमों के गेंदबाजों के लिए आसान नहीं होगा। इस दौरे पर पहली बार भारत पिंक बॉल टेस्ट मैच भी खेलेगी। उन्होंने कहा कि लार के इस्तेमाल पर रोक से खेल का तरीका बदल जाएगा।
ब्रेट ली ने कहा कि भारत के पास अच्छे तेज गेंदबाज हैं जो किसी भी टीम के उपरी क्रम को परेशान करने में सक्षम है। मुझे लगता है कि अलग-अलग मैदानों पर उनका प्रदर्शन इस बात पर निर्भर होगा कि गेंद में कितनी स्विंग है। उन्होंने कहा कि नई गेंद को चमकदार और पुरानी गेंद से रिवर्स स्विंग लेने के लिए लार की जरूरत होती है। ऐसे में अगर गेंद पर कोई कृत्रिम पदार्थ की अनुमति दी जाती है तो इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए।