सौरव गांगुली ने तोड़ा फैंस का दिल, बोले- निकट भविष्य में नहीं हो सकते क्रिकेट मैच
बीसीसीआइ के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा है कि निकट भविष्य में उन्हें नहीं लगता कि कहीं भी कोई क्रिकेट मैच शुरू हो सकता है।
नई दिल्ली, जेएनएन। जर्मनी में खेली जाने वाली फुटबॉल लीग बुंडेसलीगा का आयोजन मई के दूसरे सप्ताह में फिर से शुरू होने जा रहा है। कोरोना वायरस के कारण इस लीग को स्थगित किया गया था, लेकिन अब इस लीग को खाली स्टेडियम में आयोजित करने का फैसला आयोजकों ने लिया है। हालांकि, इसे दुनिया भर में कई लोग एक नई वास्तविकता के रूप में देख रहे हैं कि अब मैच खाली स्टेडियमों में आयोजित हो सकते हैं, लेकि भारतीय इस विचार से सहमत नज़र नहीं आ रहे।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने ये स्पष्ट कर दिया है कि जर्मी और भारत एक जैसे नहीं हैं। गांगुली ने टीओआइ से बात करते हुए कहा है, “जर्मनी और भारत की सामाजिक वास्तविकता बहुत अलग है, निकट भविष्य में भारत में कोई क्रिकेट देखने को नहीं मिलेगी।" पूर्व भारतीय कप्तान गांगुली ने वर्तमान स्थिति को समझते हुए खाली स्टेडियम में क्रिकेट के आयोजन को एक दूर का विचार करार दिया है।
सौरव गांगुली ने कहा है, “इसमें बहुत सारे अगर और मगर (इफ्स एंड बट्स) शामिल हैं। इससे भी महत्वपूर्ण बात ये है कि मैं उस खेल में विश्वास नहीं करता जिसमें मानव जीवन के लिए जोखिम होता है।" गांगुली का ये बयान निश्चित रूप से आइपीएल में खेलने वाले क्रिकेटरों और फैंस को निराश कर सकता है। गांगुली के इस बयान से साफ है कि अगले कुछ महीने में आइपीएल के 13वें सीजन का आयोजन संभव नहीं है।
वहीं, उनके टीममेट रहे और सीएसके टीम के मौजूदा ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने भी यही बात कही है कि ये संभव नहीं है। भज्जी ने कहा है, "जब आइपीएल टीमें ट्रेवल करेंगी तो एयरपोर्ट्स, होटल और स्टेडियमों के बाहर बहुत सारे लोग होंगे। हम उन्हें कैसे रोक सकते हैं और इस तरह कैसे सोशल डिस्टेंसिंग बन पाएगी। ऐसे में जब तक कोरोना वायरस की वैक्सीन नहीं बन जाती तब तक क्रिकेट का आयोजन होना ही नहीं चाहिए।"
निकट भविष्य में क्रिकेट की तस्वीर भले ही धुंधली नज़र आ रही हो, लेकिन भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया का मानना है कि फुटबॉल मैच खाली स्टेडियमों में आयोजित किए जा सकते हैं। भूटिया ने कहा है, "टीवी पर बहुत कम खेल उपलब्ध है। यह भारतीय फुटबॉल के लिए अधिक दर्शकों को आकर्षित करने का अवसर हो सकता है। जब कोई संकट होता है तो मैं खेल को फिर से शुरू करने के लिए नहीं कह रहा हूं, लेकिन अगर सरकार खेल को खाली जगह के साथ शुरू करने की अनुमति देती है, तो हमें मौका नहीं चूकना चाहिए।"