रेड जोन में होने के बाद भी शार्दुल ठाकुर बिना अनुमति प्रैक्टिस करने निकले, भड़के BCCI अधिकारी
भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर रेड जोन में होने के बावजूद शनिवार को प्रैक्टिस करने के लिए घर से बाहर निकले। बिना अनुमति ट्रेनिंग करने पर बीसीसीआई नाराज है।
नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण पर नियंत्रण करने के लिए इस वक्त पूरे भारत में लॉकडाउन की स्थिति है। 17 मई से शुरू हुए चौथे लॉकडाउन में भारत सरकार ने खिलाड़ियों को ट्रेनिंग करने की छूट दी है। भारतीय क्रिकेट टीम के तेज शार्दुल ठाकुर लंबे समय बाद मैदान पर प्रैक्टिस करने उतरे। रेड जोन में रहने वाले भारतीय गेंदबाज ने बिना भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की अनुमति के ही ट्रेनिंग पर जाने का फैसला लिया था। इस बात से बोर्ड के अधिकारी खासे नाराज हैं।
भारत सरकार द्वारा चौथे लॉकडाउन के दौरान खिलाड़ियों को दिशा निर्देश का पालन करते हुए अकेले प्रैक्टिस कर की इजाजत दी गई है। खिलाड़ियों को बोर्ड द्वारा स्वीकृति मिलने के बाद ही ट्रेनिंग करने की इजाजत है। शनिवार को प्रैक्टिस करने से पहले शार्दुल ने बीसीसीआई से इजाजत नहीं मांगी थी जिसकी वजह से उनको प्रैक्टिस करने नहीं मिला।
आईएएनएस से बात करते हुए बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया, उनको प्रैक्टिस करने की इजाजत नहीं दी गई थी क्योंकि वह बोर्ड के करार के तरह आने वाले खिलाड़ी हैं। दुख की बात है कि वह अपने आप ही चले गए उनके ऐसा नहीं करना चाहिए था, यह कोई अच्छी बात नहीं है।
इस वक्त भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली, रोहित शर्मा और श्रेयस अय्यर मुंबई में ही हैं लेकिन इन सभी ने घर पर रहने का फैसला लिया है। शार्दुल बीसीसीआई के सालाना कॉन्ट्रैक्ट के तहत आने वाले खिलाड़ी हैं। उन्हें इस साल सी कैटेगरी में रखा गया है।
सूत्रों के मुताबिक शार्दुल पालघर जिले में ट्रेनिंग करना चाहते थे जो कि रेड जोन में आता है इसलिए यह उनकी तरफ से उठाया गया सही कदम नहीं था। इस वक्त जबकि बीसीसीआई खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए तमाम उपाय कर रही है ऐसे में बिना अनुमति लिए इस तरह से ट्रेनिंग करने जाना सही नहीं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शार्दुल पालघर दहानु तालुका जिले के स्पोर्ट्स एसोसिएशन ग्राउंड पर नेट सेशन का हिस्सा थे। भारतीय गेंदबाज ने नेट सेशन के बाद मीडिया से बात की और कहा उन्होंने गेंद को चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल नहीं किया जैसा की आईसीसी क्रिकेट कमेटी ने सिफारिश की है।