बॉल टेंपरिंग मामले की जांच को किया जाए सार्वजनिक, पूर्व ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी कोच ने की मांग
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व गेंदबाजी कोच डेविड साकर ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) से 2018 बॉल टेंपरिंग मामले की जांच को सार्वजनिक करने को कहा है। हाल ही में कैमरन बैनक्रॉफ्ट के एक बयान के बाद यह मुद्दा एक बार फिर चर्चा में आ गया था।
सिडनी, एजेंसियां। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व गेंदबाजी कोच डेविड साकर ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) से 2018 बॉल टेंपरिंग मामले की जांच को सार्वजनिक करने को कहा है। हाल ही में कैमरन बैनक्रॉफ्ट के एक बयान के बाद यह मुद्दा एक बार फिर चर्चा में आ गया था। उन्होंने कहा था कि गेंदबाजों को बॉल टेंपरिंग के बारे में जानकारी थी। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई फ्रंटलाइन गेंदबाज निशाने पर आ गए थे और उन्हें सफाई तक देनी पड़ी।
हालांकि, गेंद से छेड़छाड़ का मामला सामने आने के दौरान ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजी कोच रहे साकर को लगता है कि अगर जांच को सार्वजनिक कर दी जाए, तो इसे लेकर बार-बार सवाल उठना बंद हो सकता है। इएसपीएनक्रिकइंफो के अनुसार साकर ने कहा, 'मुझे ऐसा कुछ नहीं दिख रहा, जिसके कारण इसे सार्वजनिक नहीं किया जाना चाहिए, लेकिन यह क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया पर निर्भर करता है और वे इसे किस तरह से संभालना चाहते हैं। ये सवाल उठते रहते हैं, अगर इसे सार्वजनिक किया जाता है तो शायद सवाल रुक जाएं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि वे ऐसा करेंगे।'
पिछले महीने इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने कहा था कि बॉल टेंपरिंग कांड ने दिखाया है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम में दरारें हैं. जिसका इंग्लैंड एशेज में फायदा उठा सकता है। हालांकि, बैनक्रॉफ्ट ने अपनी हालिया टिप्पणियों के बाद संकेत दिया था कि उनके पास क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के साथ साझा करने के लिए महत्वपूर्ण नई जानकारी नहीं है। सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड के अनुसार, बैनक्रॉफ्ट ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से कहा था कि वह जांच का समर्थन करते हैं और परिणाम से संतुष्ट हैं।
मार्च 2018 में, बैनक्रॉफ्ट को केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक टेस्ट मैच में सैंडपेपर का उपयोग करके गेंद से छेड़छाड़ की कोशिश करते हुए पकड़े गए थे। इस घटना को बाद में 'सैंडपेपर गेट' का नाम दिया गया और इसे ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के इतिहास के सबसे काले क्षणों में से एक माना जाता है। तत्कालिन कप्तान स्टीव स्मिथ, उप कप्तान डेविड वार्नर और कैमरन बैनक्रॉफ्ट पर बैन भी लगा था।