जसप्रीत बुमराह की चोट पर आशीष नेहरा ने किया बड़ा खुलासा, कहा- पहले की तरह ही रहेंगे घातक
जसप्रीत बुमराह के बारे में आशीष नेहरा ने कहा कि चोट से वापसी के बाद भी वो पहले की तरह ही गेंदबाजी करेंगे।
नई दिल्ली, प्रेट्र। टीम इंडिया (Team India) के सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) स्ट्रेस फ्रैक्चर (कमर के निचले हिस्से में लगी चोट) की वजह से लगभग दो महीने के लिए क्रिकेट से दूर हो गए हैं। बुमराह अपनी चोट की वजह से साउथ अफ्रीका के विरुद्ध टेस्ट सीरीज (Ind vs SA) और उसके बाद बांग्लादेश के खिलाफ होने वाली क्रिकेट सीरीज में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। बुमराह की चोट के बारे में सही वक्त पर पता चल गया और अब वो इससे उबरने की कोशिश में लगे हैं। वहीं दूसरी तरफ बुमराह की चोट पर टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने उम्मीद जताई है को वो चोट के वापसी करने के बाद भी उतने ही खतरनाक गेंदबाज बने रहेंगे।
आशीष नेहरा (Ashish Nehra) ने बुमराह की चोट पर कहा कि उनकी इंजरी का उनके गेंदबाजी एक्शन से कोई लेना-देना नहीं है साथ ही उन्हें अपनी गेंदबाजी एक्शन में किसी भी तरह के बदलाव की कोई जरूरत नहीं है। अगर वो ऐसा करने की कोशिश करते हैं तो इससे उनकी गेंदबाजी प्रभावित होगी। नेहरा ने कहा कि मैं इस बात का पूरी तरह से आश्वासन देता हूं कि जब वो वापसी करेंगे उसके बाद भी वो पहले की तरह की तेज गति और सटीक एक्शन के साथ ही गेंदबाजी करेंगे। यही नहीं उनका एक्शन भी वैसा ही रहेगा।
पढ़ें- रोहित शर्मा की जमकर परीक्षा लेगा ये गेंदबाज, चार पारियों में तीन बार कर चुका है आउट
आशीष नेहरा ने बुमराह के एक्शन पर बात करते हुए कहा कि उनकी गेंदबाजी करने का तरीका उतना भी अलग नहीं है जितना कि समझा जाता है। जब वो गेंद फेंकते हैं उस वक्त उनका शरीर बिल्कुल सही स्थिति में होता है। गेंदबाजी के समय उनका बायां हाथ ज्यादा उपर की तरफ नही जाता और यही बात उन्हें दूसरे गेंदबाजों के अलग बनाती है। नेहरा ने कहा कि बुमराह की गेंदबाजी एक्शन लसिथ मलिंगा से दस गुणा ज्यादा बेहतर है।
नेहरा ने कहा कि बुमराह को जिस तरह की इंजरी हुई है उससे वो कब तक उबरेंगे ये कहना मुश्किल है। वो दो महीने में भी ठीक हो सकते हैं और ऐसा भी हो सकता है कि वो छह महीने तक मैदान से दूर रहें। ये सिर्फ खिलाड़ी ही बता सकता है कि वो मैच के लिए पूरी तरह से फिट है या नहीं। नेहरा ने बताया कि इस तरह की इंजरी से निपटने के लिए कोई ऑपरेशन नहीं किया जाता बल्कि इसमें रिहैब्लिटेशन की जरूरत होती है।