खराब फार्म बोलने वालों पर भड़के अजिंक्य रहाणे, सिर्फ शतक बनाने वाले ही टीम के लिए अहम नहीं होते
रहाणे बोले अपनी फार्म के बारे में चिंतित नहीं हूं। मेरा काम अपनी टीम के जितना संभव हो सके उतना योगदान करना है। योगदान का मतलब यह नहीं है कि प्रत्येक मैच में 100 बनाने की जरूरत है। हर पारी में 30 40 50 रन भी महत्वपूर्ण योगदान हैं।
जागरण संवाददाता, कानपुर। न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में टीम इंडिया की कप्तान करने जा रहे अजिंक्य रहाणे खराब फार्म से गुजर रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि उनकी फार्म के बारे में चिंताएं आधारहीन हैं और योगदान का मतलब प्रत्येक मैच में शतक जमाना नहीं है।रहाणे ने इस साल में 11 टेस्ट मैचों में 19 के औसत से रन बनाए हैं।
रहाणे ने कहा, 'अपनी फार्म के बारे में चिंतित नहीं हूं। मेरा काम अपनी टीम के जितना संभव हो सके, उतना योगदान करना है। योगदान का मतलब यह नहीं है कि आपको प्रत्येक मैच में 100 रन बनाने की जरूरत है। प्रति पारी 30, 40, 50 रन का स्कोर भी महत्वपूर्ण योगदान हैं।'
अपनी खराब फार्म की वजह से भविष्य में रहाणे की टीम में जगह भी संकट में पड़ सकती है, लेकिन उन्हें इसकी परवाह नहीं है। उन्होंने कहा, 'भविष्य में क्या होने वाला है, मैं उसे लेकर ज्यादा चिंतित नहीं हूं। भविष्य में जो होना होगा, वो होगा ही और मुझे वर्तमान में बने रहने की जरूरत है ताकि मैं इस समय अपना सर्वश्रेष्ठ दूं।'
नए कोच राहुल द्रविड़ को लेकर रहाणे ने कहा कि द्रविड़ ने उन्हें कोई विशेष गुर नहीं दिए हैं, बल्कि उन्हें चीजों को सरल रखने को कहा है। रहाणे ने कहा, 'राहुल भाई ने हमें अपने मजबूत पक्षों का समर्थन करने और चीजें सरल रखने को कहा है। उन्होंने कहा कि ज्यादा चिंता मत करो, मुझे और पुजारा को कहा कि हम अपनी योजना जानते हैं और हम काफी वषरें से खेल रहे हैं। इसलिए चीजें सरल रखना और खुद का समर्थन करते रहना अहम है। हम ज्यादा चिंतित नहीं हैं।'
केएल राहुल के चोटिल होने से श्रेयस अय्यर के लिए टीम में जगह बनाने के दरवाजे खुल गए हैं जो अपना पहला टेस्ट मैच खेलेंगे। इस पर रहाणे ने पुष्टि की, 'हां, श्रेयस अपना पदार्पण करेंगे।'