पाकिस्तान क्रिकेट टीम का मजाक उड़ाया आमिर सोहेल ने, शाहिद अफरीदी को नाकारा करार दिया
आमिर सोहेल ने कहा कि शाहिद अफरीदी का चयन करना एक बड़ा रिस्क था क्योंकि वो ना तो बल्लेबाजी कर पाते थे और ना ही गेंदबाजी कर पाते थे।
लाहौर, आइएएनएस। पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने 1992 में इमरान खान की अगुआई में पहली बार वनडे वर्ल्ड कप का खिताब जीता था। वहीं इस टीम के पास 1999 में एक बार फिर से मौका था कि ये टीम खिताब जीत सकती थी। 1999 वनडे वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की टीम फाइनल में पहुंची थी, लेकिन उसे हार का सामना करना पड़ा था। अब पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर आमिर सोहेल ने कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि 1999 वनडे वर्ल्ड कप के दौरान ये टीम वसीम अकरम की कप्तानी में लोकल टीम की तरह खेली थी। टीम फाइनल में बेशक पहुंची थी, लेकिन उस मैच में सिर्फ 132 रन पर ऑल आउट हो गई थी।
1999 वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को आसान लक्ष्य मिला था जिसे कंगारू टीम ने आसानी से हासिल कर लिया। आमिर सोहेल ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि मैं अपने क्रिकेट के अनुभव के आधार पर कह सकता हूं कि इस टूर्नामेंट के दौरान पूरी पाकिस्तान क्रिकेट टीम एक लोकल टीम की तरह से ही खेली थी। एक मैच में बल्लेबाजी लाइनअप कुछ होती थी तो दूसरे ही मैच में वो लाइनअप बदल दी जाती थी।
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए 6 टेस्ट और 22 वनडे मैचों में टीम की कप्तानी करने वाले आमिर सोहेल ने कहा कि टीम मैनेजमेंट ने ओपनर के तौर पर शाहिद अफरीदी को आजमा कर बड़ी गलती की क्योंकि वो बेशक ऑलराउंडर थे, लेकिन जरूरत पड़ने पर वो ना तो गेंदबाजी कर पाते थे और ना ही बल्लेबाजी ही उनसे हो पाती थी।
आमिर सोहेल ने कहा कि अफरीदी का टीम में चयन करने का फैसला सही नहीं था। हालांकि वो कम बाउंस वाली पिच और फ्लैट ट्रैक पर गेंदबाजों को खूब मारते हैं और उन्हें दवाब में ला देते हैं, लेकिन 1999 वर्ल्ड कप की चुनौतीपूर्ण स्थिति में ये एक बड़ा रिस्क था। वो ना तो बल्लेबाजी कर पाते थे और ना ही गेंदबाजी। उन्होंने कहा कि अगर मैं वसीम अकरम की जगह कप्तान होता तो मैं मोहम्मद युसूफ को मौका देता। 1999 वर्ल्ड कप में अफरीदी बुरी तरह से फ्लॉप रहे थे और उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में खेले 7 पारियों में सिर्फ 63 रन बनाए थे।