'मिस्बाह बल्लेबाजी कोच की जिम्मेदारी उठाने के लायक नहीं, यूनिस खान को तभी बनाया सलाहकार'
पूर्व कप्तान यूनिस खान को बल्लेबाजी सहायक बनाए जाने पर उन्होंने इसे मिस्बाह की बतौर बल्लेबाजी कोच के नाकामी की बताई।
नई दिल्ली, जेएनएन। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर आमिर सोहेल ने मुख्य चयनकर्ता और कोच की भूमिका निभा रहे मिस्बाह उल हक की आलोचना की है। पूर्व कप्तान यूनिस खान को बल्लेबाजी सहायक बनाए जाने पर उन्होंने इसे मिस्बाह की बतौर बल्लेबाजी कोच के नाकामी की बताई। बाबर आजम को कप्तानी में मेंटोर करने पर भी सोहेल ने आलोचना की है।
PakPassion.net में सोहेल ने लिखा, मिस्बाह उल हक को पाकिस्तान की टीम के कोच और चीफ सलेक्टर की भूमिका दी गई और इसके पीछे की वजह सिर्फ पीसीबी को ही पता है। वो टीम के बल्लेबाजी कोच की भी भूमिका निभा रहे थे। "मेरे जैसे सभी लोगों ने इस बात पर टिप्पणी की थी कि यह अच्छा विचार नहीं है कि एक बल्लेबाज अपनी परेशानी के बारे उस बल्लेबाजी कोच से साथ बात चीज करें जो कि टीम का मुख्य चयनकर्ता भी है और साथ ही कोच भी।"
"इसी बारे में यूनिस खान को बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया गया है। यह उनके अनुभव को देखते हुए लिया गया है। यह इसका सबूत भी है कि पीसीबी इस बात को स्वीकार कर रही है कि उन्होंने मिस्बाह को एक साथ कई जिम्मेदारियों को देकर गलती की है। ऐसा करने के बाद अब यह बात समझ आई है कि मिस्बाह एक अच्छे बल्लेबाजी कोच बनने के लायक नहीं है यही कारण है कि यूनिस खान जैसे किसी और बल्लेबाजी सलाहकार बनाया गया है।"
सोहेल ने कहा कि मिस्बाह का इतिहास रहा है कि वो एक रक्षात्मक कप्तान थे और ऐसी वजह से उनका मौजूदा वनडे और टी20 कप्तान बाबर आजम का मेंटोर होना सही नहीं है।
"अगर बाबर को पाकिस्तान के दो फॉर्मेट का कप्तान बनाया गया है तो जरूरी हो जाता है कि पीसीबी उन्हें अपने तरीके से कप्तानी करने दे। बाबर की कप्तानी में कमजोरी को पता लगाना जरूरी है ताकि उनको एक अच्छी तरह की मेंटोर मिले। लेकिन अगर मिस्बाह बाबर के मेटोर हैं तो फिर परेशानी है क्योंकि उनको खुद रक्षात्मक कप्तानी के लिए आलोचना का शिकार होना पड़ा था।"