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सिर्फ 4 रन से अपने पहले डेब्यू टेस्ट में शतक से चूकने के बाद 17 साल की शेफाली वर्मा ने किया ये वादा

शेफाली शानदार बल्लेबाजी कर रही थीं लेकिन छक्के के साथ शतक पूरा करने के चक्कर में वो आउट हो गईं और अपनी सेंचुरी से सिर्फ 4 रन पीछे रह गईं। उन्होंने 152 गेंदों का सामना करते हुए 96 रन बनाए।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 05:46 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 05:46 PM (IST)
सिर्फ 4 रन से अपने पहले डेब्यू टेस्ट में शतक से चूकने के बाद 17 साल की शेफाली वर्मा ने किया ये वादा
भारतीय महिला टीम की ओपनर बल्लेबाज शेफाली वर्मा (एपी फोटो)

ब्रिस्टल, एएनआइ। भारतीय महिला टेस्ट क्रिकेट टीम की युवा बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने अपने क्रिकेट करियर के पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड के खिलाफ जिस तरह का प्रदर्शन किया वो कमाल का था। शेफाली शानदार बल्लेबाजी कर रही थीं, लेकिन छक्के के साथ शतक पूरा करने के चक्कर में वो आउट हो गईं और अपनी सेंचुरी से सिर्फ 4 रन पीछे रह गईं। उन्होंने 152 गेंदों का सामना करते हुए 96 रन बनाए और इस दौरान अपनी पारी में 13 चौके व 2 छक्के लगाए। टेस्ट डेब्यू में ये किसी भी भारतीय महिला क्रिकेटर का ये अब तक का सबसे बड़ा स्कोर है और इस पारी के बाद 17 साल की शेफाली ने कहा कि वो आगे और अच्छा खेलने के लिए प्रेरित हुई हैं। 

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शेफाली वर्मा ने कहा कि, डेब्यू टेस्ट मैच में शतक से चूकने पर बुरा महसूस करना स्वाभाविक है। मुझे इसका हमेशा पछतावा रहेगा, लेकिन यह पारी मुझे आने वाले मैचों में काफी आत्मविश्वास देगी। मैं अगली बार इसे शतक में बदलने की उम्मीद करूंगी। हरियाणा की इस महिला खिलाड़ी ने बाद में ट्विटर के जरिए समर्थन और साथ देने के लिए सभी को धन्यवाद दिया। उन्होंने लिखा, 'मैं समर्थन और शुभकामनाओं के लिए आप सभी को धन्यवाद देना चाहती हूं। प्रत्येक संदेश का व्यक्तिगत रूप से जवाब देना संभव नहीं होगा। मुझे इस टीम का हिस्सा होने और टीम में इस तरह के अद्भुत साथियों और सहायक कर्मचारियों के होने पर गर्व है।'

शेफाली ने लिखा कि, मुझे पता है कि मेरे पिता, मेरा परिवार, मेरा संघ, मेरी टीम और अकादमी उस चार रन की कमी को मुझसे ज्यादा महसूस करेंगे लेकिन मैं किसी अन्य मौकों उसे पूरा करूंगी। उन सभी ने मेरा काफी समर्थन किया है।' अपनी पारी के दौरान शेफाली ने टेस्ट पदार्पण पर 1995 में न्यूजीलैंड के खिलाफ चंद्रकांता कौल की 75 रन की पारी को पीछे छोड़ते हुए सबसे बड़ी भारतीय (महिला) पारी का रिकार्ड अपने नाम किया।

उन्होंने कहा कि मैं जब भी किसी बड़े मैच या सीरीज में खेलने जाती हूं तो हमेशा आत्मविश्वास बनाए रखती हूं, मैं अपनी उम्र कभी नहीं गिनती हूं। मैं सिर्फ इस बारे में सोचती हूं कि अपनी टीम का समर्थन कैसे करूं और सर्वोत्तम संभव तरीके से कैसे योगदान करूं। शेफाली ने सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना (78) के साथ पहले विकेट के लिए 167 रन की साझेदारी कर भारतीय पारी की मजबूत नींव रखी। यह नया भारतीय रेकॉर्ड भी हैं । इससे पहले शुरूआती विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी का रिकार्ड गार्गी बनर्जी और संध्या अग्रवाल के नाम था जिन्होंने 1984 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुंबई में 153 रन जोड़े थे।


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