हमें जोगी पर चर्चा नहीं करनी : राहुल गांधी
राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेताओं को दो टूक कहा है कि आप जो चाहते थे, वो हमने कर दिया। अब आप सरकार बनाइए। जोगी चले गए हैं, वे अपना काम करेंगे, हमें अपना काम करना है।
रायपुर। नई दिल्ली में हुई बैठक में राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेताओं को दो टूक कहा है कि आप जो चाहते थे, वो हमने कर दिया। अब आप सरकार बनाइए। जोगी चले गए हैं, वे अपना काम करेंगे, हमें अपना काम करना है। अब उनकी चर्चा की जरूरत नहीं है, लेकिन उसकी भरपाई के लिए कांग्रेस को आक्रामक तेवर अपनाना चाहिए। एक संदेश ये दिया कि मुद्दे जनता के बीच जाकर तेजी से उठाएं।
राहुल गांधी ने शनिवार को प्रदेश के आला नेताओं के साथ बात की। बातचीत 3 घंटे तक चली। उन्होंने पीसीसी को मैन टू मैन काम की जिम्मेदारी देने और मानिटरिंग करने के लिए भी कहा है। पूर्व विधायक रमेश वर्ल्यानी ने कहा कि राज्य में कुछ ऐसे स्थान हैं, जहां कांग्रेस ने एक भी चुनाव नहीं जीता है।
चुनाव के समय उम्मीदवार तय करने से पकड़ नहीं बन पाती है। उन स्थानों पर कांग्रेस को प्रत्याशी अभी से तय कर देना चाहिए, ताकि तैयारी का पर्याप्त समय मिल सके।
वरिष्ठ नेता राम गोपाल अग्रवाल ने व्यापारियों को साथ लेकर चलने की बात की। उन्होंने कहा कि व्यापारी वर्ग हमेशा से कांग्रेस के साथ रहा है।
जोगी के जाने से नहीं होगा नुकसान
दोपहर 12 बजे राहुल के साथ नेताओं की बैठक शुरू हुई। बैठक शुरू होने से पहले प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने राहुल से नेताओं को अलग -अलग मुलाकात का प्रस्ताव रखा, लेकिन सभी ने एक साथ मिलने पर सहमति दी।
चर्चा की शुरुआत अभनपुर के विधायक धनेंद्र साहू ने की। उन्होंने कहा कि हम लोगों को संगठन की मजबूती पर ध्यान देना चाहिए।
इसके साथ ही जोगी समर्थक रहे आदिवासी विधायकों के साथ चर्चा शुरू हो गई। सबसे पहले रामपुकार सिंह, अमरजीत भगत, शिव डहरिया, फूलोदेवी नेताम और अंत में कवासी लखमा ने भी बारी-बारी से अपनी बात रखी।
रामपुकार सिंह ने कहा कि संगठन को मजबूत करने की जरूरत है। जो लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं, उनको रोकने की जरूरत है। हालांकि, शिव डहरिया ने कहा कि जोगी के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
अनुसूचित जाति वर्ग कांग्रेस के साथ है। डहरिया ने कहा कि उनको जोगी का बुलावा आया था। कांग्रेस भवन में जिस दिन मैंने भाषण दिया और कांग्रेस के साथ रहने की घोषणा की।
उसी रात मां की हत्या की गई। कभी जोगी समर्थक रहे डहरिया ने जोगी के खिलाफ जमकर बोला। इन नेताओं ने बस्तर की समस्याओं और वहां के हालात की भी विस्तार से जानकारी दी।
इस दौरान आदिवासियों को वन अधिकार पट्टा नहीं मिलने की भी विधायकों ने शिकायत की। पूर्व विधायक रूद्र गुरू ने भी आश्वस्त किया कि जोगी के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
समाज कांग्रेस के साथ है और कांग्रेस का ही साथ देगा। पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि जोगी के जाने से कांग्रेस को नुकसान नहीं होगा।
भूपेश और सिंहदेव पर राहुल गांधी की मुहर
राहुल के सामने प्रदेश के सभी नेताओं ने पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव की जमकर तारीफ की।
प्रेमसाय सिंह ने कहा कि भूपेश और सिंहदेव की कार्यप्रणाली अच्छी है। इस टीम को बने रहने दिया जाए। वरिष्ठ नेता राजेंद्र तिवारी ने भी कहा कि संगठन का चेहरा अच्छा है।
पीसीसी अध्यक्ष भूपेश और सीएलपी सिंहदेव अच्छा काम कर रहे हैं, लेकिन संगठन के ढ़ांचे को निचले स्तर तक मजबूत करना होगा।
बाद में राहुल ने भी भूपेश और सिंहदेव की जोड़ी को बनाए रखने पर अपनी सहमति दी।
प्रवक्ताओं को आड़े हाथों लेते हुए राजेंद्र तिवारी ने कहा कि बीजेपी की खासियत है कि वो गलत बात को भी बड़े अच्छे ढंग से रखती है।
कांग्रेस सही बात को भी सही बताने में असफल रहती है। उन्होंने कहा कि प्रवक्ता अपनी बात तार्किक और शाब्दिक ढंग से नहीं रख पाते।
राहुल गांधी ने कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी से पूछा कि प्रदेश में कितने प्रवक्ता हैं और कौन अच्छे तरीके से बात रखता है।
त्रिवेदी ने बताया कि 16 प्रवक्ता हैं और आरपी सिंह अच्छे तरीके से मीडिया के सामने बात रखते हैं। बैठक में यह बात भी उठी कि जो लोग श्यामाचरण शुक्ल के साथ थे, उन्हें भी पार्टी में तवज्जो दी जाए। विद्याचरण शुक्ल ने जो संघर्ष मोर्चा बनाया था, उसका भी सम्मान होना चाहिए।