दलित महिलाओं-लड़कियों से छेडख़ानी के आरोप में तीन 'गौरक्षक' गिरफ्तार
एक दलित बस्ती में गोहत्या की अफवाह के बाद पहुंचे कथित गोरक्षकों पर वहां की महिलाओं ने छेड़खानी का आरोप लगाया है। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने तीन गौरक्षकों को गिरफ्तार कर लिया।
रायपुर। यहां एक दलित बस्ती में बुधवार को गोहत्या की अफवाह के बाद पहुंचे कथित गोरक्षकों पर वहां की महिलाओं ने छेड़खानी का आरोप लगाया है। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने तीन गौरक्षकों को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य की तलाश कर रही है। पुलिस ने प्रारंभिक जांच-पड़ताल में किसी भी गाय की हत्या से भी इनकार किया है।
ये है पूरा मामला
घटना गुढ़ियारी थाना क्षेत्र के खालबाड़ा की है। बताया जाता है कि वहां पहले मवेशी कटते थे लेकिन कुछ सालों से धंधा बंद है। मवेशी काटे जाने की सूचना पर 10 की संख्या में गौरक्षक खालवाड़ा पहुंचे थे और पूछताछ कर रहे थे। तभी मुहल्ले के लोगों ने उन्हें घेर लिया। वहां हंगामा शुुरू हो गया तो पुलिस को सूचना मिल गई। लोगों का आरोप है कि कथित गौरक्षकों ने उनके घरों में घुसकर महिलाओं व लड़कियों से छेड़खानी भी की। लोगों की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर तीन आरोपियों- राकेश विहार, संतराम साहू और भूपेश यादव को गिरफ्तार कर लिया। सात अन्य गौरक्षकों से पूछताछ की जा रही है। आरोपियों समेत सभी ने किसी हिन्दूवादी संगठन से जुड़े होने से इनकार किया है।
छेड़खानी नहीं की: गौरक्षक
आरोपियों और अन्य गौरक्षकों का कहना है कि वे मामले की सच्चाई जानने के लिए पूछताछ करने गए थे, किसी के साथ छेड़खानी नहीं की। पुलिस का कहना है कि घटना की सच्चाई का पता करने के लिए भी पुलिस को सूचित करना चाहिए था।
विवादों में गौरक्षक
पिछले दिनों गुजरात के उना में कथित गौरक्षकों द्वारा दलितों की पिटाई के बाद यह मुद्दा काफी चर्चा में है। छह अगस्त को पीएम मोदी ने अपने ‘टाउनहॉल’ कार्यक्रम में असली-नकली गौरक्षकों का जिक्र किया जिसके बाद बवाल और भी बढ़ गया है।