Chasttisgarh News: भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मतदाता सूची से आधार नंबर होंगे लिंक, गोपनीयता के लिए इसके फोटोकापी जलाना आवश्यक
फर्जी मतदान और मतदाता सूची में एक मतदाता के दो जगहों की सूची में शामिल होने के मिल रही शिकायतों को देखते हुए भारत निर्वाचन आयोग ने नई व्यवस्था प्रारंभ कर दी है। देशभर में इसे लेकर अभियान चला है।
बिलासपुर, ऑनलाइन डेस्क। फर्जी मतदान और मतदाता सूची में एक मतदाता के दो जगहों की सूची में शामिल होने मिल रही शिकायतों को देखते हुए भारत निर्वाचन आयोग ने नई व्यवस्था प्रारंभ कर दी है। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मतदाता सूची से आधार नंबर को लिंक करने का काम जिला निर्वाचन कार्यालय ने प्रारंभ कर दिया है। देशभर में अभियान की शुरुआत हो गई है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में निर्वाचन कार्य से जुड़े अधिकारियों व मैदानी अमलों ने इस पर अमल करना प्रारंभ कर दिया है।
बीएलओ आधार कार्ड का फोटोकापी लेंगे
मालूम हो कि आयोग के निर्देश पर गौर करें तो ऐसे मतदाता जिनसे बीएलओ आधार कार्ड का फोटोकापी लेंगे। मतदाता सूची से आधार नंबर को लिंक करने के बाद फोटोकापी को जलाना होगा। आधार नंबर को हर हाल में गोपनीय रखना होगा। सार्वजनिक होने और किसी तरह की गड़बड़ी होने पर संबंधित बीएलओ को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
भारत निर्वाचन आयोग ने नई व्यवस्था प्रारंभ कर दी
जानकारी के अनुसार फर्जी मतदान और मतदाता सूची में एक मतदाता के दो जगहों की सूची में शामिल होने के मिल रही शिकायतों को देखते हुए भारत निर्वाचन आयोग ने नई व्यवस्था प्रारंभ कर दी है। देशभर में इसे लेकर अभियान चला है। प्रत्येक मतदाताओं के मतदाता सूची से आधार नंबर को लिंक किया जा रहा है। लिंक करने के दौरान अगर किसी मतदाता का दो जगह की मतदाता सूची में नाम होगा तो एक जगह की मतदाता सूची से नाम अपने आप डिलीट हो जाएगा।
सूची से नाम स्वत:विलोपित हो जाएगा
जानकारी हो कि आयोग ने ऐसा साफ्टवेयर तैयार किया है जो एक मतदाता का नाम एक ही जगह की सूची में तय करेगा। दूसरी जगह की सूची से नाम स्वत:विलोपित हो जाएगा। लिहाजा आयोग ने ऐसे मतदाताओं को एक जगह की सूची से नाम विलोपित करने की सुविधा दी है। मतदाता अपनी सुविधा और पसंद के अनुरूप एक जगह की मतदाता सूची में अपना नाम रख सकते हैं। जहां उनको मतदान करने में सुविधा हो।
मतदाता सूची से आधार नंबर लिंक करने की सलाह
मालूम हो कि बीएलओ अपने प्रभार वाले पोलिंग बूथों में अंतर्गत आने वाले मतदाताओं के घर-घर जाएंगे और प्रत्येक मतदाता से मतदाता सूची से अपना आधार नंबर लिंक करने की सलाह देंगे। मतदाता सूची से आधार नंबर को लिंक करने के लिए बीएलओ बूथ लेवल अफसरों को जिम्मेदारी दी गई है। ऐसे मतदाता जिनको यह काम करना नहीं आता बीएलओ उनसे आधार कार्ड की फोटोकापी इकठ्ठा करेंगे।
फोटाकापी लेने के बाद कार्यालय में बैठकर एक-एक मतदाताओं के आधार नंबर से मतदाता सूची को लिंक करने का काम करेंगे।
आधार कार्ड की फोटोकापी को देखरेख में जलाना होगा
मतदाता सूची से आधार नंबर लिंक करने के बाद आधार कार्ड की फोटोकापी को यूं ही किसी जगह फेंकना नहीं है। अपनी देखरेख में उसे जलाना होगा और सुरक्षित जले हुए कागजों को गड्ढों में डलवाना होगा। यह जिम्मेदारी बीएलओ की होगी।
आधार लिंक विशेष शिविर में भी करेंगे
बीएलओ घर-घर संपर्क कर मतदाता सूची से आधार नंबर लिंक करने का काम प्रारंभ कर दिया है। इसके बाद भी अगर किसी मतदाता का आधार लिंक छूट गया है तो चार सिंतबर को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय में विशेष शिविर का आयोजन किया जाएगा। शिविर के दो दिन पहले कोटवार के जरिए गांव में मुनादी कराई जाएगी। शिविर में मतदाता सूची से आधार नंबर लिंक करने का काम किया जाएगा। इसके अलावा गांव में भी विशेष शिविर लगाई जाएगी।