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नक्सलियों ने कनाडाई टूरिस्ट को बनाया बंधक

टूरिस्ट वीसा पर भारत आया कनाडा का नागरिक जॉन बस्तर के जंगलों में लापता हो गया। नक्सलियों ने उसका अपहरण कर लिया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Wed, 29 Mar 2017 03:50 AM (IST)Updated: Wed, 29 Mar 2017 04:07 AM (IST)
नक्सलियों ने कनाडाई टूरिस्ट को बनाया बंधक
नक्सलियों ने कनाडाई टूरिस्ट को बनाया बंधक

रायपुर/सुकमा/जगदलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। टूरिस्ट वीसा पर भारत आया कनाडा का नागरिक जॉन बस्तर के जंगलों में लापता हो गया। सुकमा जिले के किस्टारम इलाके में एक विदेशी साइकिल सवार को देखा गया था, जो बाद में गायब हो गया। सूचना मिली कि नक्सलियों ने उसका अपहरण कर लिया है। मामला विदेश मंत्रालय तक पहुंचा तो विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दो ट्वीट किया। पहले ट्वीट में लिखा-हम अवाक हैं। मैंने ओडिशा सरकार से जानकारी मांगी है। इसके कुछ मिनट बाद उन्होंने दोबारा ट्वीट कर कहा कनाडाई नागरिक को ओडिशा के कोरापुट में बंधक बनाए जाने के मामले में मैेंने ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से बात की है।

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 सुषमा के इस ट्वीट के बाद दोनों राज्यों की पुलिस एक्शन में आई, लेकिन नतीजा नहीं निकला। शाम का खबर मिली कि कनाडाई को सिंगाम़डगू गांव में नक्सलियों ने अपने कब्जे में लिया। नक्सल संघम सदस्य उसकी भाषा नहीं समझ पा रहे हैं, इसलिए ब़डे नक्सल लीडरों को बुलाया गया है। इधर विदेश मंत्रालय के दखल के बाद सुकमा पुलिस दिनभर कनाडाई की तलाश में हलाकान रही। जंगल में चप्पा-चप्पा छान रहे जवानों को कुछ ग्रामीण मिले, जिन्होंने विदेशी के सुरक्षित होने की जानकारी दी है। बताया गया है कि उसे नक्सलियों ने छोटेकोडवाल गांव में रखा है।
जॉन टूरिस्ट वीसा पर भारत आया है। मुंबई से 14 मार्च को वह साइकिल पर रवाना हुआ था। ओडिशा और तेलंगाना के रास्ते रविवार को सुकमा जिले के किस्टारम क्षेत्र के सिंगनम़डगू गांव पहुंचा, जहां नक्सल संघम सदस्यों ने उसे रोक लिया। वह अंग्रेजी बोलता है, जिसे ग्रामीण नहीं समझ पा रहे हैं। उन्होंने जॉन के पास मौजूद सामान की जांच की तो कैमरा, जीपीएस समेत इलेक्ट्रॉनिक उपकरण व कप़डे मिले। इसके बाद उसके बारे में नक्सल लीडरों को सूचना पहुंचाई गई। रात में नक्सली पहुंचेंगे व उससे बात करेंगे। उम्मीद है कि पूछताछ के बाद उसे छा़ेड दिया जाएगा।
ऐसे मिली सूचना
सुकमा पुलिस के मुताबिक नक्सल चंगुल में फंसने के बाद जॉन ने अपने पास रखे इमरजेंसी अलार्म डिवाइस का बटन चुपचाप दबा दिया। सैटेलाइट से कनेक्ट इस डिवाइस की मदद से उसने मुसीबत में फंसे होने का संदेश दिया। संबंधित कंपनी ने इसरो को इस बात की जानकारी दी। तब जाकर कनाडाई साइकिलिस्ट के अगवा होने की बात सामने आई। इसके बाद ह़$डकम्प मच गया।
बिना अनुमति पहुंच गया जंगल
विदेशी नागरिकों को किसी जिले में जाने पर वहां के पुलिस प्रमुख को सूचना देना व रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। नक्सल इलाकों में खास एहतियात बरतने के निर्देश हैं। लेकिन जॉन बिना बताए नक्सल इलाके में चला गया। ज्ञात हो कि इससे पहले 29 दिसम्बर 2015 भारत जा़ेडो अभियान पर निकले पुणे के तीन छात्रों आदर्श पाटिल, श्रीकृृष्ण शेवारे एवं विकास को नक्सलियों ने बीजापुर के तर्रेम से अगवा कर लिया था। 3 जनवरी को उन्हें रिहा किया गया था।

कनाडाई नागरिक को दक्षिणी सुकमा जिले के किस्टारम क्षेत्र में देखे जाने की सूचना मिली है। उसकी तलाश की जा रही है। उसने यहां पंजीयन नहीं करवाया है। वह मिले तो पूछताछ करेंगे-सुंदरराज पी, आईजी बस्तर।
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चिंतागुफा थाना क्षेत्र के सिंगनमडगू गांव से कनाडाई नागरिक को माओवादियों ने अपने कब्जे में लिया है। इलाके में फोर्स रवाना की गई है। उम्मीद है नक्सली उसे रिहा कर देंगे-अभिषेक मीणा, एसपी सुकमा।

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