माय सिटी माय प्राइडः कारोबारी विकास के साथ ही युवाओं को हुनर सिखाने में जुटा राडा
राजधानी स्थित मूक-बधिर स्कूल में राडा ने वहां के बच्चों की तकलीफों को देखते हुए टॉयलेट निर्माण कराने की योजना बनाई है।
रायपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि। ऑटोमोबाइल सेक्टर के विकास के लिए बनाया गया संगठन रायपुर ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (राडा) इन दिनों अपने कारोबारी विकास के साथ ही युवाओं को कौशल प्रशिक्षण और रोजगार देने में भी आगे है। खास बात यह है कि राडा युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देने के साथ ही संगठन से जुड़े संस्थानों में नौकरी भी देता है। इससे पहले समय-समय पर युवाओं के लिए सेमीनार भी आयोजित करता है। इससे युवाओं के हुनर का विकास होता है और इसकी मदद से ऑटोमोबाइल सेक्टर में कुशल हाथों का संकट दूर करने में सुविधा होती है।
छत्तीसगढ़ में बाकी सेक्टरों की भांति ऑटोमोबाइल सेक्टर भी कुशल युवाओं की कमी से जूझ रहा है। ऐसे में संगठन ने ही अपने सदस्यों की समस्या दूर करने के लिए यह कदम उठाया है। प्रदेश में इस क्षेत्र में बहुत कम व्यापारिक संगठन काम कर रहे हैं।
राडा के अध्यक्ष मनीषराज सिंघानिया का कहना भी है कि इस संगठन का उद्देश्य ही कारोबारी विकास के साथ समाज का विकास भी करना है और इसके लिए हमेशा राडा अग्रणी रहता है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर समाज के विकास के लिए जो भी कम उनके पास आते हैं, राडा द्वारा उसे पूरा करवाया जाता है।
उन्होंने कहा कि ऑटोमोबाइल कारोबारियों के इस संस्था में उपभोक्ताओं के हितों का भी विशेष ध्यान रखा जाता है। हर दो से तीन साल में उपभोक्ताओं के लिए ही एक वाहन मेला भी लगाया जाता है।
कैंसर विभाग को दिए एसी और अस्पताल में वॉटर कूलर
राडा ने पिछले दिनों अंबेडकर अस्पताल के कैंसर विभाग को चार एयर कंडीशनर दिए और साथ ही अस्पताल के लिए वॉटर कूलर भी लगवाया। अध्यक्ष मनीषराज सिंघानिया ने बताया कि उनकी संस्था सरकारी अस्पतालों में किसी भी तरह की कमी सामने आने पर मदद के लिए तैयार खड़ी है।
मरीजों और उनके परिजनों की जरूरत जानने के लिए संगठन के सदस्य भी समय-समय पर सरकारी अस्पतालों से सुविधाओं का ब्यौरा मांगते रहते हैं। इनके साथ ही राडा को समाज कल्याण के लिए आवश्यक जिन चीजों के बारे में पता चलता है, उन्हें भी पूरा करने की कोशिश करता है। किसी समाज को निराश नहीं होने देने के लिए भरसक प्रयास किया जाता हैं।
मूक-बधिर बच्चों के लिए बनवाया टॉयलेट
राजधानी स्थित मूक-बधिर स्कूल में राडा ने वहां के बच्चों की तकलीफों को देखते हुए टॉयलेट निर्माण कराने की योजना बनाई है। इसकी सहमति दी जा चुकी है। इससे बच्चों को हो रही दिक्कतें दूर हो जाएंगी।
इसके साथ ही राडा की टीम ने स्वतंत्रता दिवस इस स्कूल के बच्चों के साथ मनाया। इससे बच्चों में नया उत्साह जागा। साथ ही समय-समय पर आने वाले त्योहारों की खुशियां राडा दृष्टिबाधित बच्चों के साथ मनाता है। राडा टाटीबंध स्थित एक सरकारी स्कूल में भी टॉयलेट बनवाने वाला है।