Chhattisgarh: बोर्ड परीक्षाओं को ध्यान में रखकर 10-12वीं की कराएं विशेष तैयारी- कलेक्टर पी.एस. ध्रुव
छत्तीसगढ़ के नवगठित नवगठित मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में जिलाधिकारी पी.एस. ध्रुव ने सभी स्कूलों के प्राचार्यों के साथ एक अहम बैठक की और कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। इस बैठक का उद्देश्य शिक्षा के स्तर और शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाना था।
रायपुर, जागरण आनलाइन डेस्क। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) के द्वारा नवगठित मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले (Manendragarh-Chirmiri-Bharatpur) में शिक्षा के स्तर और शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसके लिए जिला कलेक्टर पी.एस. ध्रुव (District Collector P.S. Dhruv) ने बीते दिन जिले के सभी हाइस्कूल और हायर सेकेण्डरी स्कूलों के प्राचार्यों के साथ बैठक कर शिक्षा स्तर की समीक्षा की।
इस समीक्षा बैठक में कलेक्टर ध्रुव ने सभी प्राचार्यों के माध्यम से जिले के शिक्षकों को स्पष्ट निर्देश दिया कि बोर्ड परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए 10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को विशेष तैयारी कराइ जाए। वहीं, जिला कलेक्टर ने लापरवाह शिक्षकों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की भी बात कही है। इसके अलावा, विद्यार्थियों के बौद्धिक विकास और कौशल विकास पर जोर देने के लिए कहा गया है।
शिक्षक बच्चों के सर्वांगीण विकास पर करें कार्य: जिलाधिकारी
जिला कलेक्टर और प्राचार्यों के बीच हुई यह बैठक शिक्षा के तीन चरण स्मृति, बोध और चिंतन पर केन्द्रित रही। इसमें विद्यार्थियों की कमियों को दूर करके उनके बौद्धिक एवं कौशल विकास पर विशेष रूप से ध्यान देने की बात कही गई। कलेक्टर ध्रुव ने कहा कि स्कूलों में बच्चे अपने दिन का लगभग 6 घंटे का समय व्यतीत करते हैं। ऐसे में इस अवधि में स्कूल के शिक्षक उनके सर्वांगीण विकास के लिए कार्य करें।
स्कूल में नियमित हो पेरेंट-टीचर्स मीटिंग: जिलाधिकारी
उन्होंने स्कूलों में नियमित रूप से पेरेंट्स-टीचर्स मीटिंग (Parents-Teachers meeting) कराने की बात कही ताकि स्कूलों की समस्त गतिविधियों और विद्यार्थी से जुड़ी जानकारियां उनके माता-पिताओं के साथ साझा किया जा सके।
जिला कलेक्टर ने कहा कि स्कूलों में ऐसा माहौल तैयार हो सके जिससे बच्चों के बीच शिक्षा समेत अन्य शैक्षणिक गतिविधियों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा हो। शिक्षा की गुणवत्ता में उच्च कोटि का सुधार करने का प्रयास हो और बेहतर शिक्षा बच्चों को दी जाए जिससे वे भविष्य के लिए स्वाभाविक रूप से तैयार हो सकें।
10 व 12वीं की परीक्षा के लिए हो बेहतर तैयारी: जिलाधिकारी
इसके साथ ही कलेक्टर ने शिक्षकों से निर्धारित समय पर स्कूल आने, पूरे समय स्कूल में उपस्थित रहने तथा विषय की पूरी तैयारी कर बच्चों को पढ़ाने के लिए कहा, जिससे गुणवत्ता में व्यापक सुधार हो सके। इस दौरान उन्होंने 10वीं-12वीं की कक्षाओं के विद्यार्थियों को अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होने के लिए स्कूलों में विशेष तैयारी कराने तथा इसकी शिक्षकों के अध्यापन की मॉनिटरिंग प्राचार्यों को करने के लिए निर्देशित किया।
स्कूल में बच्चों की हर जिज्ञासा पर लगे विराम
जिला कलेक्टर ध्रुव ने जिले के समस्त प्राचार्यों को स्वामी आत्मानंद स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को हर क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए तैयार कराने की बात कही। उन्होंने कहा कि स्वामी आत्मानंद स्कूल शासन की उच्च प्राथमिकता के स्कूल हैं।
शिक्षकों को अपने अंदर निहित गुणों को निकालकर बच्चों को प्रदान करने और विद्यार्थियों में भी शिक्षकों के इन गुणों को आत्मसात करने के लिए प्रेरित करने के लिए कहा गया। उन्होंने कहा कि स्कूलों में बच्चों की शिक्षण संबंधी हर जिज्ञासा को शांत किया जाए और उनमें सवालों के जवाब देने की क्षमता को विकसित किया जाए।
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