डॉक्टर ने घोषित कर दिया मृृत, पीएम के पहले सुनाई दी ध़डकन
जिला अस्पताल में गुरुवार को अजब वाक्या हुआ। जिस महिला को डॉक्टर ने मृृत घोषित कर दिया था, वह पोस्टमार्टम के पूर्व जिंदा मिली।
रायपुर\ जगदलपुर, ब्यूरो। छत्तीसग़ढ के सुकमा जिला अस्पताल में गुरुवार को अजब वाक्या हुआ। जिस महिला को डॉक्टर ने मृृत घोषित कर दिया था, वह पीएम [ पोस्टमार्टम ] के पूर्व जिंदा मिली। परिजन उसे एक बार फिर अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चार घंटे बाद उसकी मौत हो गई।
नगर पंचायत सुकमा में गुरुवार सुबह पार्वती पति लूटन शर्मा [ 60 ] छठ पूजा की तैयारी के लिए कच्चे मकान को संवारने में लगी थीं। इसी दौरान खपरैल उनके सिर पर आ गिरा। वह बेहोश हो गईं। परिजन जिला अस्पताल ले गए। वहां सात बजे डॉ. पीएन शांडिल्य ने नब्ज देखी और महिला को मृृत घोषित कर दिया। पुलिस को भी सूचना दे दी।
सुहागिन होने के कारण पीएम से पहले उसका पूरा श्रृृंगार करने परिजन घर ले गए। वह श्रृृंगार कर ही रहे थे कि महिला के शरीर में हरकत होने लगी। परिजन ने देखा कि उसके दिल की ध़डकन भी चल रही है। वह करीब 9 बजे उन्हें फिर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां डॉ. दिपेश चंद्राकर ने महिला के जिंदा होने की पुष्टि की व उपचार प्रारंभ किया, लेकिन दोपहर एक बजे उन्होंने दम ता़ेड दिया।
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