Chhattisgarh Assembly Election 2023: कांग्रेस को हटाने के लिए भाजपा कार्यकर्ता सड़क से लेकर सदन तक की लड़ाई लड़ेंगेः अरुण साव
Chhattisgarh Assembly Election 2023 छत्तीसगढ़ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालने के बाद अरुण साव ने कांग्रेस को हटाने के लिए भाजपा कार्यकर्ता सड़क से लेकर सदन तक की लड़ाई लड़ेंगे। सभी नेता व कार्यकर्ताओं को साथ लेकर पार्टी को आगे बढ़ाने का काम करूंगा।
रायपुर, जेएनएन। Chhattisgarh Assembly Election 2023: छत्तीसगढ़ भाजपा (Chhattisgarh BJP) प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालने के बाद अरुण साव (Arun Sao) ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार (Congress Government) की योजनाओं पर निशाना साधा है। रविवार को प्रदेश कार्यालय में पत्रकारवार्ता लेकर उन्होंने कहा कि भूपेश सरकार (Bhupesh Government) की सारी योजनाएं सिर्फ कागजों, विज्ञापनों और कांग्रेस नेताओं की जुबान पर है। जनता इससे ऊब गई है। उसे भाजपा में ही भविष्य नजर आ रहा है। गोठान खाली पड़े हैं, वहीं मवेशी सड़कों पर नजर आ रहे हैं। यह इसकी असफलता का सबसे बड़ा उदाहरण है। साव ने कहा कि विकास के खोखले दावे किए जा रहे हैं। आज जो भी काम दिख रहा है, वह भाजपा सरकार के दौर के हैं। साव ने कहा कि कांग्रेस को हटाने के लिए भाजपा कार्यकर्ता सड़क से लेकर सदन तक की लड़ाई लड़ेंगे। सभी नेता व कार्यकर्ताओं को साथ लेकर पार्टी को आगे बढ़ाने का काम करूंगा।
अरुण साव ने कहा, न डरेंगे और न झुकेंगे
अरुण साव ने कहा कि हम 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। पूरे दमखम से लड़ेंगे। न डरेंगे, न झुकेंगे। अपनी सरकार बनाएंगे। साव से जब यह सवाल किया गया कि कौन-कौन सी योजनाओं को लेकर सरकार को घेरेंगे, तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की सभी योजनाएं फेल हैं। भूपेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को लेकर पूछा कि रोका छेका अभियान कहां है। जानवर सड़क पर दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि विकास के खोखले दावे किए जा रहे हैं। भाजपा की सरकार ने 15 वर्षों में गांव में सड़क, बिजली और पानी के लिए मजबूत व्यवस्था की, लेकिन अब वहां के लोग विकास के लिए तरस रहे हैं।
गौरतलब है कि अरुण साव पिछले लोकसभा चुनाव में पहली बार बिलासपुर सीट से जीते हैं। विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा संगठन ने बड़ा फेरबदल किया है। ओबीसी वर्ग से आने वाले अरुण को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपकर भाजपा ओबीसी वोटरों को लुभाने की कोशिश कर रही है। साव को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपने के पीछे तर्क यह है कि वह ओबीसी वर्ग से आते हैं। इसके साथ ही राज्य के पांच संभागों में बिलासपुर संभाग में भाजपा सबसे मजबूत स्थिति में है। ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष की कमान बिलासपुर के ओबीसी नेता को सौंप दी गई है।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साई आदिवासी वर्ग से आते हैं और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर आदिवासी विधायक मोहन मरकाम जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा ने अजय जामवाल को क्षेत्रीय संगठन मंत्री नियुक्त किया है। जामवाल ने प्रदेश पदाधिकारियों, कोर ग्रुप और विधायक दल की बैठक के तीन दिन बाद केंद्रीय संगठन को रिपोर्ट सौंपी थी। इस रिपोर्ट के बाद विष्णुदेव साईं को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने का फैसला लिया गया।