रायपुर हाफ मैराथन में मिल्खा के साथ 85 साल के बुजुर्ग भी दौड़े
पहले रायपुर इंटरनेशनल हाफ मैराथन में करीब 15 हजार धावक शामिल हुए। इसमें 3 साल से 85 साल तक की उम्र के धावक थे। विजेताओं को 30 लाख की इनामी राशि बांटी गई।
रायपुर। नया रायपुर में हुए पहले रायपुर इंटरनेशनल हाफ मैराथन में करीब 15 हजार धावक शामिल हुए। इसमें 3 साल से 85 साल तक की उम्र के धावक थे। विजेताओं को 30 लाख की इनामी राशि बांटी गई।
मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने अगले साल होने वाले मैराथन में 40 हजार धावकों को बुलाने का वादा किया। रविवार को दौड़ में पूर्व ओलिंपियन धावक मिल्खा सिंह, पहलवान गीता फोगाट, क्रिकेटर प्रवीण कुमार सहित कई सितारे शामिल हुए।
मेंस वर्ग का खिताब तमिलनाडु के लक्ष्मण को, 30 लाख मिले खिलाड़ियों को
खेल विभाग की ओर से आयोजित पहले रायपुर हाफ मैराथन में स्टेट चैंपियनशिप का खिताब रूमा देवी और पुकेश्वर लाल ने जीता। खिलाड़ियों को एक-एक लाख की नगद राशि दी गई। ओपन मेंस वर्ग में तमिलनाडु के जी लक्ष्मण विजेता बने। वुमेंस वर्ग में विवाद के बाद परिणाम को रोक दिया गया है। इस वर्ग के खिलाड़ियों को तीन लाख की राशि मिली। मैराथन दौड़ में पूरे देश के १५ हजार से अधिक धावक शामिल हुए।
अन्य वर्गों के विजेता
५ किमी वेटरन ग्रुप
पवन धनगर, रायपुर (25 हजार)
1 किमी दिव्यांग ब्लाइंड रेस (मेंस) रूपेश नायक, रायपुर (20 हजार)
1 किमी दिव्यांग ब्लाइंग रेस (वुमेंस) संतिला कोंडागांव
लिखित शिकायत दी
वुमेंस ओपन वर्ग में महाराष्ट्र की खिलाड़ी ने खिताब जीता। इसके बाद अगले चार स्थान के लिए छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के खिलाड़ियों के बीच विवाद हो गया। इसके बाद रिजल्ट रोक दिया गया है। दूसरे नंबर पर पंजाब की चिरंजीत कौर ने अपना दावा किया जबकि छग की खिलाड़ी को अधिकारियों ने विजेता घोषित किया। अन्य स्थानों पर भी विवाद के बाद महाराष्ट्र के खिलाड़ियों की ओर से खेल सचिव को लिखित शिकायत की गई है। अब जांच के बाद इसकी घोषणा की जाएगी।
नेशनल मैराथन डे मनाया जाएगा
केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल ने कहा कि अब देश में नेशनल मैराथन डे मनाया जाएगा। इसका उद्देश्य गांव और शहर सभी के खिलाड़ियों को एक साथ दौड़ाना है। इसमें स्वच्छता अभियान और मेक इन इंडिया प्रोग्राम को बढ़ावा दिया जाएगा।
13 में से 12 कैटेगरी के परिणाम घोषित, वुमेंस का परिणाम रूका
आयोजकों की ओर से मैराथन में १३ वर्गों की दौड़ आयोजित की गई। 12 वर्ग के विजेता घोषित कर दिए गए। ओपन वुमेंस वर्ग का परिणाम विवाद के बाद रोक दिया गया है। इसे दो दिन बाद घोषित किया जाएगा।
पुकेश्वर आठवें से पहले स्थान तक पहुंचे
बिलासपुर रेलवे में काम करने वाली रूमा देवी ने लगातार चौथे साल हाफ मैराथन का गोल्ड जीता। इससे पहले स्टेट लेवल की अंतिम तीन हाफ मैराथन में भी वे चैंपियन रहीं थीं। जीत के बाद उन्होंने कहा कि वे रोजाना 10 किमी की दौड़ लगा रही हैं। वहीं मेंस वर्ग में राजनांदगांव के पुकेश्वर लाल पहले स्थान पर रहे। वे पिछले साल स्टेट मैराथन में आठवें स्थान पर रहे थे।
विदेशी नहीं दिखा सके अपना जलवा
मैराथन में केन्या और इथोपिया के भी धावक शामिल हुए। लेकिन वे ओपन मेंस और वुमेंस के पहले तीन में जगह नहीं बना सके। उन्होंने कहा कि दौड़ के लिए वे पिछले तीन दिन से आ गए थे लेकिन मेडल नहीं जीतने से वे निराश हैं। उन्होंने कहा कि वे अगले साल होने वाली रेस में फिर से शामिल होंगे। कार्यक्रम में कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, खेल मंत्री भैया लाल राजवाड़े, छग ओलिंपिक संघ के महासचिव बलदेव सिंह भाटिया, उपाध्यक्ष विक्रम सिंह सिसोदिया सहित अन्य पदाधिकारी शामिल हुए।
विभिन्न वर्गों के परिणाम
ओपन वर्ग : मेंस वर्ग (21 किमी)
पहला स्थान जी लक्ष्मण तमिलनाडु (3 लाख)
दूसरा स्थान कालीदास महाराष्ट्र (2 लाख)
तीसरा स्थान सुरेश कुमार उत्तरप्रदेश (१ लाख)
स्टेट लेवल : वुमेंस वर्ग (21 किमी)
पहला स्थान रूमा देवी बिलासपुर (1 लाख)
दूसरा स्थान चंद्रवती राजवाड़े सूरजपुर (75 हजार)
तीसरा स्थान विमला पटेल बालोद (50 हजार)
स्टेट लेवल : मेंस वर्ग (21 किमी)
पहला स्थान पुकेश्वर लाल राजनांदगांव
दूसरा स्थान अरविंद कुमार यादव रायपुर
तीसरा स्थान भानू प्रताप राजवाड़े कोरिया
10 किमी कॉलेज वर्ग वुमेंस वर्ग
पहला स्थान मधुमिता बेहरा छत्तीसगढ़ (50 हजार)
दूसरा स्थान आरती पाटिल महाराष्ट्र (25 हजार)
तीसरा स्थान मोनिका चौधरी उत्तरप्रदेश (20 हजार)
10 किमी कॉलेज वर्ग मेंस वर्ग
पहला स्थान किशन नरसी महाराष्ट्र
दूसरा स्थान अमित कुमार यादव उत्तरप्रदेश
तीसरा स्थान अश्विनी कुमार महाराष्ट्र
5 किमी स्कूल वर्ग वुमेंस वर्ग
पहला स्थान कुमारी चैती छत्तीगसढ़ (25 हजार)
दूसरा स्थान कुमारी विनिता छत्तीसगढ़ (20 हजार)
तीसरा स्थान सुदर्शनी बोरा छत्तीसगढ़ (15 हजार)
5 किमी स्कूल वर्ग मेंस वर्ग
पहला स्थान सुलेमान खान छत्तीसगढ़
दूसरा स्थान राज राकड़े महाराष्ट्र
तीसरा स्थान गोपाल कुन्नाराम छत्तीसगढ़।