Chhattisgarh News: ‘एरिया’ के चक्कर में उलझी रही पुलिस-जीआरपी, रेलवे ट्रैक पर पड़े शव का नहीं हुआ मर्ग कायम
घटना रविवार की है। ट्रैक के किनारे एक अधेड़ मृत पड़ा था। जिसे ट्रैकमेंटेनरों ने देखा। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना चकरभाठा व दाधापारा स्टेशन मास्टर दोनों को दी। स्टेशन मास्टर घटना स्थल पर पहुंचे। सूचना मिलने पर आरपीएफ भी पहुंच गई।
बिलासपुर, जेएनएन। पुलिस व जीआरपी के बीच क्षेत्राधिकार को लेकर खींचतान देखने को मिली। इस विवाद के चलते सुबह 9:30 बजे से ट्रैक के किनारे एक अधेड़ की लाश पड़ी हुई है। दोनों एक- दूसरे का क्षेत्र होने की बात कहकर अब तक मौके पर नहीं पहुंचे है। हालांकि स्टेशन मास्टर ने किमी संख्या के हिसाब से मेमो चकरभाठा पुलिस को भेजा, लेकिन चकरभाठा पुलिस ने न तो मर्ग कायम किया और न ही शव उठवाया।
घटना रविवार की है। ट्रैक के किनारे एक अधेड़ मृत पड़ा था। जिसे ट्रैकमेंटेनरों ने देखा। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना चकरभाठा व दाधापारा स्टेशन मास्टर दोनों को दी। स्टेशन मास्टर घटना स्थल पर पहुंचे। सूचना मिलने पर आरपीएफ भी पहुंच गई।
इस बीच सबसे पहले जीआरपी को सूचना दी गई। घटना किमी संख्या 726/16-18 के बीच की थी। जीआरपी का मानना है यह क्षेत्र चकरभाठा थाने के अंतर्गत आता है और उन्हें ही इस मामले कि सुचना दर्ज करनी होती है। जीआरपी के इस जवाब के बाद स्टेशन मास्टर ने चकरभाठा पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने कहा- उनके उनके थाना क्षेत्र में नहीं आता घटना स्थल
पुलिस ने मेमो भेजने के लिए कहा। स्टेशन मास्टर ने आरपीएफ बल सदस्य को मेमो लेकर भेजा। पर थाने पहुंचने के बाद जब पुलिस ने मेमो देखा तो उसे लेने से यह कहते हुए मना कर दिया कि घटना स्थल उनके थाना क्षेत्र में नहीं आता। इसमें जीआरपी मर्ग कायम कर मामले की विवेचना करेगी।
स्टेशन मास्टर ने दोबारा जीआरपी को सूचना दी। इस तरह स्टेशन मास्टर दोनों थाने में लगातार सूचना देते रहे। लेकिन क्षेत्राधिकार नहीं होने का हवाला देकर दोनों ही थाने की पुलिस मर्ग कायम करने व शव हटाने की प्रक्रिया से बचती रही। बाद में जीआरपी थाना प्रभारी एच शर्मा के द्वारा पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों से बात की।