भारत में बन रही देसी बुलेट ट्रेन
प्रोजेक्ट को ट्रेन 2018 (ट्रेन एटीन) नाम दिया गया है, जो कि मार्च 2018 तक तैयार होगी। इसकी लागत इंपोर्टेड ट्रेनों से आधी होगी।
बिलासपुर। भारतीय रेल ने आने वाले वित्तीय वर्ष में इंटरसिटी एक्सप्रेस को अत्याधुनिक, आरामदायक और तेज गति वाली ट्रेन में तब्दील करने की योजना बनाई है। इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) चेन्नई को इंटरसिटी के लिए वर्ल्ड क्लास ट्रेन तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है।
प्रोजेक्ट को ट्रेन 2018 (ट्रेन एटीन) नाम दिया गया है, जो कि मार्च 2018 तक तैयार होगी। इसकी लागत इंपोर्टेड ट्रेनों से आधी होगी। ट्रेन कई उन्नत तकनीक से लैस होगी, जिसे भारतीय रेल में पहली बार देखा जाएगा। सफल ट्रायल के बाद देश के सभी इंटरसिटी के लिए इसी ट्रेन का इस्तेमाल होगा। रेल बजट को आम बजट में शामिल करने के कारण इसे रेलवे प्रोजेक्ट के तौर पर देखा जा रहा है।
ईएमयू सेट से तैयार होगी नई ट्रेन
न्यू इंटरसिटी एक्सप्रेस के लिए इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट (ईएमयू) के कॉन्सेप्ट में बदलाव करके नई ट्रेन बनाई जाएगी। आईसीएफ चेन्नई के अफसरों ने बताया कि इंजन की क्षमता में बदलाव होंगे। ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली होगी। रफ्तार के लिहाज से आईसीएफ चेन्नई नई बोगियों को आकार देगा। ट्रेन बुलेट ट्रेन की शक्ल में होगी, जिसके लिए आईसीएफ चेन्नई को हब बनाया गया है।
वर्ल्ड क्लास ट्रेनों को टक्कर देगी
भारतीय रेल मेक इन इंडिया के तहत बेस्ट इन क्लास ट्रेन तैयार करेगा। दावा किया गया है कि ट्रेन रफ्तार, आरामदेह सफर और आधुनिकीकरण के लिए वर्ल्ड क्लास ट्रेनों को टक्कर देगी, फिर भी इसकी लागत विदेशी ट्रेनों से आधी होगी।