टोटल ने अडानी गैस में खरीदी 37.4% हिस्सेदारी, भारत में बड़े निवेश की कर रही है तैयारी
फ्रांस की कंपनी टोटल ने अडानी गैस में 37.4 फीसद हिस्सेदारी लगभग 5700 करोड़ रुपये में खरीदने का निर्णय लिया है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। फ्रांस की पेट्रोलियम कंपनी टोटल ने अडानी गैस में हिस्सेदारी खरीदते हुए अब भारत के पेट्रोलियम सेक्टर में बड़ी भूमिका निभाने का साफ संकेत दे दिया है। कंपनी ने अडानी गैस में 37.4 फीसद हिस्सेदारी खरीदने का समझौता किया है। इस इक्विटी के लिए कंपनी करीब 5,700 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। टोटल का यह निवेश तब हुआ है जब भारत सरकार पेट्रोलियम सेक्टर में ज्यादा से ज्यादा विदेशी निवेश आकर्षित करने की कोशिश कर रही है। माना जा रहा है टोटल और अडानी आगे चलकर पेट्रोलियम सेक्टर में भी संभावनाएं तलाशेंगी।
टोटल ने पहले भी भारत के गैस सेक्टर में उतरने की घोषणा की थी और इसके लिए दिग्गज पेट्रोलियम कंपनी शेल के साथ एक संयुक्त उद्यम भी बनाया था। इसका उद्देश्य गुजरात के हजीरा में एक एलएनजी टर्मिनल बनाना था। लेकिन अगस्त, 2018 में टोटल इससे बाहर हो गई और उसने अडानी के साथ मिलकर एक अन्य संयुक्त उद्यम बनाया ताकि 10 वर्षो में 1,500 पेट्रोलियम पंप स्थापित किए जाएं।
टोटल यूरोप, अफ्रीका, अमेरिका में पेट्रोलियम उत्पादों का वितरण के क्षेत्र की एक बड़ी कंपनी है। अब वह अडानी के साथ मिलकर सरकारी क्षेत्र की बीपीसीएल के लिए भी दांव लगा सकती है। वैसे टोटल हाल के दिनों में भारत के पेट्रोलियम सेक्टर में बड़े पैमाने पर उतरने की घोषणा करने वाली दूसरी कंपनी है। इसके पहले सऊदी अरब की तेल कंपनी ने पेट्रोलियम सेक्टर की देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज में 20 फीसद इक्विटी खरीदने का एलान किया था। यहां कुल निवेश तकरीबन 15 अरब डॉलर का होगा।
बहरहाल, अब टोटल की तरफ से बताया गया है कि अडानी गैस में पहले चरण में 25.2 फीसद इक्विटी खुली निविदा के जरिए खरीदी जाएगी। इसके बाद इक्विटी बढ़ाकर 37.4 फीसद की जाएगी। अडानी गैस में अभी अडानी समूह की इक्विटी 74.8 फीसद है जिसे आगे घटाकर टोटल के बराबर (37.4) पर लाया जाएगा। यह कंपनी पहले ओडिशा में लगने वाले एलएनजी टर्मिनल का काम पूरा करेगी। यहां से भारत के साथ ही बांग्लादेश को भी गैस की आपूर्ति की जाएगी।
अडानी समूह की तरफ से जारी सूचना में बताया गया है कि अगले 10 वर्षो में भारत के पेट्रोलियम सेक्टर में भारी निवेश का रोडमैप तैयार किया जा रहा है। कंपनी अभी 1,500 पेट्रोल पंप, 1,500 गैस स्टेशन और 60 लाख घरों को गैस आपूर्ति देने का नेटवर्क बनाने की दिशा में काम कर रही है।