सोशल मीडिया पर मनी स्कैम से लोगों को लग रहा लाखों रुपये का चूना, जानिए क्या हैं बचने के उपाय
Money Scams on Social Media ध्यान रखें कि कोई भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अकाउंट को एक्टिव रखने के लिए बैंक डिटेल या पेमेंट नहीं मांगता है। (Pic pixabay.com)
नई दिल्ली, पवन जायसवाल। पैसों के लेनदेन में जैसे-जैसे डिजिटल तकनीक का प्रयोग बढ़ा है, वैसे ही डिजिटल माध्यमों के जरिए मनी स्कैम के मामलों में भी इजाफा हुआ है। सोशल मीडिया के जरिए भी मनी स्कैम के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इस डिजिटल युग में सोशल मीडिया व्यक्ति के जीवन का अभिन्न अंग बना हुआ है। स्मार्टफोन यूजर्स बढ़ने के साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करने वाले लोगों की तादात भी तेजी से बढ़ी है। वर्चुअल माध्यम होने के कारण धोखेबाज इन प्लेटफॉर्म्स का उपयोग मनी स्कैम के लिए कर रहे हैं। आइए जानते हैं कि सोशल मीडिया के जरिए किस तरह से मनी स्कैम हो रहे हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है।
फर्जी प्रोफाइल
इस तरह के स्कैम में धोखेबाज पहले किसी यूजर की सोशल मीडिया प्लेफॉर्म पर हूबहू फर्जी प्रोफाइल बनाता है और जिस यूजर की फर्जी प्रोफाइल बनाई जाती है, उसकी फ्रेंड लिस्ट के लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता है। अब फर्जी प्रोफाइल के जरिए यूजर के फ्रेंड्स को मैसेंजर पर पैसों की इमरजेंसी को लेकर मैसेज भेजे जाते हैं। यूजर के फ्रैंड्स पैसों की मांग को वास्तविक जान धोखेबाज के बताए अकाउंट में पैसा ट्रांसफर कर देते हैं और मनी स्कैम के शिकार हो जाते हैं। इस तरह के फ्रॉड में धोखेबाज यूजर के नाम से पेमेंट ऐप्स पर फर्जी अकाउंट भी बना देते हैं।
कैट फिशिंग
इसमें धोखेबाज कोई फेमस या आकर्षक प्रोफाइल बनाता है। साइबर एक्सपर्ट प्रिया सांखला के अनुसार, धोखेबाज एडल्ट चैट, रिलेशनशिप या गिफ्ट एक्सचेंज करने के तरीके अपनाकर फ्रॉड करते हैं। गिफ्ट एक्सचेंज में धोखेबाज फर्जी कस्टम ड्यूटी अधिकारी बनकर व्यक्ति को फोन करता है और कहता है कि पेमेंट की कमी के कारण एयरपोर्ट पर उनका गिफ्ट फंस गया है। वहीं, एडल्ट चैट या रिलेशनशिप के रिकॉर्ड बनाकर व्यक्ति को ब्लैकमेल किया जाता है। इसके बाद उससे पेमेंट ट्रांसफर करने के लिए कहा जाता है या बिटकॉइन मांगे जाते हैं।
फोटो ऑफ स्कैम
इसमें धोखेबाज सोशल मीडिया चैट मैसेंजर, ई-मेल या एसएमएस पर 'किसी यूआरएल के साथ आपका आकर्षक फोटो' या 'क्लिक टू चेक योर फोटो' जैसे मैसेज भेजता है। यूआरएल पर क्लिक करने पर ग्राफिक्स के लिए एडोब फ्लैश इंस्टॉल करने या अन्य सपोर्टिव सॉफ्टवेयर इंस्टाल करने का कहकर Torjan/Both इंस्टॉल कर दिया जाता है। इससे आपके सिस्टम या मोबाइल की निजी जानकारी ट्रांसफर हो जाती है और फिर धोखेबाज मनी स्कैम को अंजाम दे देता है।
अकाउंट बंद या सस्पेंड स्कैम
इसमें धोखेबाज सोशल मीडिया प्रतिनिधि बनकर यूजर को पहचान के अभाव में उसका सोशल मीडिया अकाउंट बंद करने या सस्पेंड करने की चेतावनी देता है। प्रिया सांखला के अनुसार, इसके बाद यूजर को अपनी निजी जानकारी और बैंक डिटेल डालकर आईडी वेरीफाई करने के लिए कहा जाता है। यूजर की निजी जानकारी मिलने के बाज धोखेबाद मनी स्कैम को अंजाम दे देता है।
स्पेशल सुविधा का लालच
इस तरह के स्कैम में ग्राहक को स्पेशल सुविधा का लालच दिया जाता है। ग्राहक को 'जानिए किस-किसने देखी है आपकी प्रोफाइल' या 'जानिए किसने देखा है आपका मोबाइल नंबर' जैसे विज्ञापन या मेल भेजे जाते हैं। इस सुविधा के ऐवज में धोखेबाज यूजर से उसकी निजी जानकारी मांगता है और फिर मनी स्कैम को अंजाम दे देता है।
लॉटरी एंड गिफ्ट कार्ड स्कैम
इस तरह के स्कैम में यूजर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लॉटरी या फ्री गिफ्ट मिलने के मैसेज भेजे जाते हैं। सांखला के अनुसार, कई बार ये मैसेज ई-मेल, एसएमएस या फिर कॉल करके ग्राहक को भेजे जाते हैं। यहां धोखेबाज यूजर से उसकी निजी जानकारी और बैंक डिटेल भी पूछता है। इसके बाद धोखेबाज मोबाइल वेरिफिकेशन के नाम पर ओटीपी भेजता है और बैंकिंग फ्रॉड को अंजाम दे व्यक्ति का अकाउंट खाली कर देता है।
ये हैं बचने के उपाय
1. लॉटरी, गिफ्ट या किसी भी चीज के लिए आए अकाउंट वेरिफिकेशन कॉल पर ओटीपी शेयर ना करें।
2. अपनी निजी जानकारी और बैंकिंग पासवर्ड को मोबाइल में सेव कर ना रखें।
3. सोशल मीडिया पर संवेदनशील निजी जानकारी डालने से बचें।
4. किसी अनजान सोर्स से आए यूआरएल पर क्लिक ना करें।
5. सॉफ्टवेयर को हमेशा उस कंपनी की वेबसाइट से ही डाउनलोड करें।
6. सोशल मीडिया पर मेंबरशिप या एड्स के लिए पूरी जानकारी प्राप्त कर उस मीडिया पर ही पेमेंट करें। किसी विशेष सुविधा के लिए आए ई-मेल/एसएमएस पर क्लिक ना करें।
7. ध्यान रखें कि कोई भी सोशल मीडिया अकाउंट को एक्टिव रखने के लिए बैंक डिटेल या पेमेंट नहीं मांगता है।
8. किसी भी फ्री चैट वेबसाइट या अन्य गेम वेबसाइट पर अपने सोशल मीडिया के जरिए लॉग-इन करने से बचें।
9. अगर कोई गेम ऐप इंस्टॉल करें, तो कॉल/एसएमएस/गैलरी एक्सेस करने की अनुमति ना दें।
10. बिना फोन पर बात किये सिर्फ सोशल मीडिया के जरिए मिली सूचना के आधार पर किसी को पैसे ट्रांसफर ना करें।