दवा इंडस्ट्री के लिए 2021 में कैसा रहेगा कारोबार, जानिए क्या हुई भविष्यवाणी
Covid 19 mahamari के कारण दवा और दूसरी मेडिकल चीजों की डिमांड काफी बढ़ गई है। दवा कंपनियों के कारोबार में काफी बढ़ोतरी हुई है। उनकी आमदनी भी बढ़ी है। फिच रेटिंग्स ने कहा कि दवा कंपनियों की बिक्री कारोबारी साल 2022 में मजबूत बढ़ोतरी दर्ज करने की उम्मीद है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Covid 19 mahamari के कारण दवा और दूसरी मेडिकल चीजों की डिमांड काफी बढ़ गई है। दवा कंपनियों के कारोबार में काफी बढ़ोतरी हुई है। उनकी आमदनी भी बढ़ी है। इस बीच, फिच रेटिंग्स (Fitch Ratings) ने कहा है कि भारतीय दवा कंपनियों की बिक्री कारोबारी साल 2022 में मजबूत बढ़ोतरी दर्ज करने की उम्मीद है। इस क्रेडिट रेटिंग एजेंसी (Credit Rating Agency) ने कहा कि फार्मा कंपनियों की बिक्री कारोबारी साल 2022 में बढ़ेगी क्योंकि बीते साल महामारी से प्रभावित होने की बात से अब बिक्री सामान्य हो गई है।
फिच रेटिंग्स ने कहा कि वित्त वर्ष 2021 में ज्यादातर फार्मा कंपनियों की परफॉर्मेंस उतार-चढ़ाव वाली रही। इसके लिए महामारी की स्थिति में आई थोड़ी स्थिरता, भौगोलिक विविधीकरण और सिर्फ महामारी से संबंधित दवाओं की अधिक बिक्री जिम्मेदार रही हैं।
Covid 19 Cases
COVID 19 के नए केस और सक्रिय मरीजों में बड़ी कमी शुक्रवार को सामने आई। देश में 73 दिन बाद आज सक्रिय मरीजों की संख्या 8 लाख से नीचे हो गई है। सक्रिय मामलों (Active cases) की संख्या 7,98,656 हो गई है। भारत में बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 62,480 नए केस (New COVID19 Cases) दर्ज किए गए हैं, वहीं 1,587 मौतें हुईं हैं। इससे कुल मौतों का आंकड़ा (Death toll) 3,83,490 हो गया है।
डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया
रेटिंग एजेंसी को उम्मीद है कि गंभीर चिकित्सा स्थितियों और वैकल्पिक प्रक्रियाओं के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं की बिक्री वित्त वर्ष 2022 में जारी रहेगी। वित्त वर्ष 2021 में इन श्रेणियों में बिक्री गिर गई क्योंकि यात्राओं पर प्रतिबंध लगाए जाने के चलते डॉक्टर्स ने अपने दौरे कम कर दिए और अस्पतालों में भी कोविड-19 के उपचार को प्राथमिकता दी गई।
टीका रोक सकता है Corona की रफ्तार
भारत सहित जिन अन्य बाजारों में टीका का वितरण धीमे हो रहा है, वहां संक्रमण का जोखिम अधिक बना हुआ है, लेकिन दूसरी लहर के बाद स्वास्थ्य सेवा प्रणाली मजबूत हो गई, जिससे इसका प्रभाव कम हो सकता है।