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इंटरनेशनल रूट पर फ्लाइट नहीं शुरू करेगी Indigo, जानिए क्‍या है इसकी बड़ी वजह

International Flights एयर बबल उड़ानों (Air Bubble Pact) की संख्या को धीरे-धीरे बढ़ाया जाना ही बेहतर होगा। कोरोना वायरस महामारी (Corona Virus Pandemic) की वजह से भारत में अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ान सेवाएं 23 मार्च 2020 से बंद हैं।

By Ashish DeepEdited By: Published: Wed, 15 Sep 2021 08:57 AM (IST)Updated: Wed, 15 Sep 2021 12:17 PM (IST)
इंटरनेशनल रूट पर फ्लाइट नहीं शुरू करेगी Indigo, जानिए क्‍या है इसकी बड़ी वजह
भारत करीब 28 देशों के साथ ‘एयर बबल’ व्यवस्था के तहत विशेष उड़ानों का परिचालन कर रहा है। (Pti)

नई दिल्‍ली, पीटीआइ। Indigo के हवाई यात्रियों को अभी International Route पर Flights के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। क्‍योंकि इंडिगो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) रोनोजॉय दत्ता ने कहा है कि इस समय अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को शुरू करना अव्यावहारिक होगा। इसके बजाय विभिन्न देशों के साथ एयर बबल उड़ानों (Air Bubble Pact) की संख्या को धीरे-धीरे बढ़ाया जाना ही बेहतर होगा। कोरोना वायरस महामारी (Corona Virus Pandemic) की वजह से भारत में अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ान सेवाएं 23 मार्च, 2020 से बंद हैं। हालांकि, बीते साल जुलाई से भारत और करीब 28 देशों के बीच द्विपक्षीय ‘एयर बबल’ व्यवस्था के तहत विशेष उड़ानों का परिचालन हो रहा है।

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सीईओ ने कहा कि वह भारत के नए नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर काफी उत्साहित हैं। मध्य प्रदेश से राज्यसभा सदस्य सिंधिया को सात जुलाई को नागर विमानन मंत्री बनाया गया है। दत्ता ने इंटरव्‍यू में कहा कि सिंधिया समूचे उद्योग की चिंताओं को दूर करने के लिए नेतृत्वकारी भूमिका निभा रहे हैं। उद्योग और मंत्रालय के बीच जो भागीदारी विकसित हो रही है वह उत्साह बढ़ाने वाली है।

इंडिगो फिलहाल रोजाना 1,150 उड़ानों को ऑपरेट कर रही है। इसमें 70 से 75 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें हैं। बाकी घरेलू उड़ान सेवाएं हैं। दत्ता ने कहा कि भारत एकतरफा तरीके से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को शुरू नहीं कर सकता। अन्य देशों को भी इस पर सहमत होना होगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य चिंताएं हैं, जिन्हें मैं कम नहीं आंक सकता हूं। कोविड-19 प्रबंधन में विभिन्न देश विभिन्न स्तरों पर हैं। इसके अलावा जांच या परीक्षण का भी मुद्दा है जो यात्रियों को असमंजस में डाल रहा है।

दत्ता ने कहा-लेकिन मेरा मानना है कि अधिक से अधिक बबल उड़ानें सही तरीका हैं। धीरे-धीरे इसे बढ़ाया जाना चाहिए। घरेलू उड़ानों के लिए भी हमने ऐसा ही किया। हमने 33 प्रतिशत से शुरुआत की और उसके बाद 50 प्रतिशत तक गए। फिर और आगे बढ़े। भारत में पिछले साल 15 मई को दो माह के लॉकडाउन के बाद अनुसूचित घरेलू उड़ानों की अनुमति दी गई थी। शुरुआत में कोविड-पूर्व के स्तर की तुलना में सिर्फ 33 प्रतिशत के परिचालन की अनुमति दी गई। धीरे-धीरे घरेलू उड़ानों के 72.5 प्रतिशत की अनुमति दी जा चुकी है।

दत्ता ने कहा कि हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा देश एयर बबल उड़ानों के लिए खुलें। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) तथा दोहा (कतर) ने इसे खोला है जो अच्छी बात है। बांग्लादेश ने भी हाल में इसकी शुरुआत की है, लेकिन सीमित उड़ानों के साथ। उन्होंने कहा कि कुछ और देशों मसलन सऊदी अरब और थाइलैंड को भी इसे खोलने की जरूरत है।


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