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आपके नेटबैंकिंग पर है जालसाजों की निगाह, सेफ ट्रांजेक्शन के लिए अपनाएं ये टिप्स

टेक्नोलॉजी की बढ़ती तरक्की ने आज के समय में बहुत सारे काम आसान कर दिए हैं। आप एक क्लिक में किसी को भी पैसा भेज सकते हैं।

By NiteshEdited By: Published: Fri, 09 Aug 2019 01:32 PM (IST)Updated: Fri, 16 Aug 2019 06:39 AM (IST)
आपके नेटबैंकिंग पर है जालसाजों की निगाह, सेफ ट्रांजेक्शन के लिए अपनाएं ये टिप्स
आपके नेटबैंकिंग पर है जालसाजों की निगाह, सेफ ट्रांजेक्शन के लिए अपनाएं ये टिप्स

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। टेक्नोलॉजी की बढ़ती तरक्की ने आज के समय में बहुत सारे काम आसान कर दिए हैं। आप एक क्लिक में किसी को भी पैसा भेज सकते हैं। इसके अलावा पैसे निकालने से लेकर लेन-देन सब काम आसान हो गया है। लेकिन इसकी सबसे बड़ी बात यह है कि आप बदलती व्यवस्थाओं का इस्तेमाल सोच समझकर करें। क्योंकि आपकी एक छोटी सी भूल आपके खाते में पैसे की चपत लगा सकती है। क्योंकि जालसाजों ने फ्रॉड के नए-नए तरीके इजाद कर दिए हैं।

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ऑनलाइन बैंकिंग में ऐसे बरतें सावधानी

ऑनलाइन बैंकिंग में नेट बैंकिंग पासवर्ड याद रखें और इसे किसी के भी साथ साझा न करें। एक सेफ नेटवर्क के साथ ऐसे कंप्यूटर का इस्तेमाल करें जिसे आप जानते हैं और आपने उसपर पहले से काम किया हो। पब्लिक कंप्यूटर या असुरक्षित नेटवर्क से इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है। कंप्यूटर कीबोर्ड के बजाय लॉगिन डिटेल में होवरिंग डिजिटल कीबोर्ड का उपयोग करें। हमेशा उपयोग के बाद वेबसाइट से लॉग आउट करना याद रखें।

चेक बुक चेक करें

चेक बुक को हमेशा सुरक्षित स्थान पर रखना चाहिए। चेक बुक में हस्ताक्षरित चेक रखना या किसी व्यक्ति को अन्य डिटेल लिखे बिना हस्ताक्षरित चेक जारी करना जोखिम भरा है। रिकॉर्डिंग पर्ची पर जारी किए गए चेकों का डिटेल रिकॉर्ड करें, ताकि आप बैंक रिकॉर्ड के साथ सामंजस्य स्थापित कर सकें।

क्रेडिट/डेबिट कार्ड की जांच करें

क्रेडिट और डेबिट कार्ड लेनदेन को ट्रैक करना महत्वपूर्ण है। एसएमएस या ईमेल अलर्ट सेट करने से हमें कार्ड पर किए गए किसी भी लेनदेन के बारे में सूचित करने में मदद मिलती है।

धोखाधड़ी की सूचना देना

अगर आपके साथ कोई लेनदेन में फ्रॉड होता है तो इसकी तुरंत सूचना दें, आप एक सप्ताह के भीतर बैंक/कार्ड जारीकर्ता को सूचित करें। कार्ड को ब्लॉक करने के बाद, बैंक को औपचारिक लेन-देन के साथ-साथ दस्तावेजी साक्ष्य, जैसे कि स्टेटमेंट और एसएमएस अलर्ट, संदिग्ध लेनदेन के बारे में औपचारिक लिखित शिकायत दर्ज करें। एक पुलिस शिकायत भी दर्ज की जानी चाहिए, जिसे फिर साइबर क्राइम सेल को भेजा जा सकता है। इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग करते समय ब्राउज़र द्वारा संकेतित पासवर्ड विकल्प को बचाने का विकल्प न चुनें। नेट बैंकिंग एक्सेस करते समय या नेट बैंकिंग ऐप डाउनलोड करते समय दुर्भावनापूर्ण साइटों और ऐप्स से सावधान रहें।


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