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रिटायरमेंट प्लानिंग के वक्त ये चार गलतियां आपको पड़ सकती हैं भारी

रिटायरमेंट के लिए प्लानिंग करते समय कई लोग महंगाई से बचने की कई गलतियां करते हैं

By NiteshEdited By: Published: Wed, 19 Dec 2018 05:57 PM (IST)Updated: Mon, 24 Dec 2018 08:22 AM (IST)
रिटायरमेंट प्लानिंग के वक्त ये चार गलतियां आपको पड़ सकती हैं भारी
रिटायरमेंट प्लानिंग के वक्त ये चार गलतियां आपको पड़ सकती हैं भारी

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। रिटायरमेंट एक लॉन्ग टर्म गोल है। हमें यह पता नहीं होता कि कल क्या होगा। इसलिए रिटायरमेंट की योजना बनाते समय निवेशकों को बहुत सावधान रहना चाहिए। आज की छोटी गलतियों पर वर्षों तक पछताने से बेहतर है कि उसे समय रहते ठीक कर लिया जाए। अगर आप रिटायरमेंट के बारे में सोच रहे हैं तो सबसे पहले यह सुनिश्चित कर लें कि पैसे बचाने और निवेश करने में आप कितने सक्षम हैं। आप जितने कम उम्र में बचत के लिए सोचेंगे उतना ही बेहतर होगा। हाल ही में एचएसबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक केवल 33 फीसद कामकाजी भारतीय नियमित रूप से रिटायरमेंट के लिए बचत करते हैं। हम इस खबर में आपको रिटायरमेंट के वक़्त होने वाली गलतियों से आगाह कर रहे हैं जिनसे आपको बचना चाहिए।

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महंगाई के बारे में सोचने में विफल: रिटायरमेंट के लिए प्लानिंग करते समय कई लोग महंगाई से बचने की कई गलतियां करते हैं। यदि आप महंगाई को नजरअंदाज कर रहे हैं तो यह आपकी बहुत बड़ी भूल है, ऐसा है तो आप बूढ़े होने पर अपने जीवन को खराब स्तर पर ले जाने के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं। इसलिए रिटायरमेंट के लिए निवेश करना है तो आम तौर पर 25-30 साल बाद की पूरी तैयारी अभी से करना शुरू कर दें।

कर्ज की कई सारी तारीखें: बहुत अधिक निश्चित आय एक ऐसी बीमारी है जो कई रिटायरमेंट पोर्टफोलियो को खत्म करती है। कई निवेशक रिटायरमेंट के नजदीकी समय में फिक्स्ड इनकम की सोच में रहते हैं। फिक्स्ड इनकम बहुत मुश्किल से महंगाई को मात दे सकता है। इसलिए आपको वार्षिकी आय के बारे में सोचना चाहिए। रिटायरमेंट से पहले आप कोशिश करें कि आपके सारे कर्ज का भुगतान हो जाए। अगर आपने ऐसा नहीं किया तो आपको आगे चलकर मुश्किल हो सकती है।

बहुत ज्यादा आक्रामक न हों: बहुत से लोग इक्विटी का उपयोग करके अपनी रिटायरमेंट के लिए धन का बचत करना चाहते हैं। ध्यान रखिये कि अगर आपने आक्रामक होकर कोई प्लान बनाया है तो ये आपको नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए रिटायरमेंट के लिए जो भी फैसला लेना हो उसे सोच समझकर लें।

स्वास्थ्य देखभाल लागत: भारत में इलाज का खर्च लगातार बढ़ रहा है। यदि आप अच्छा इलाज चाहते हैं तो यह महंगी है। इलाज के साथ-साथ दवाएं भी महंगी हो गई हैं। महंगाई को देखते हुए आपको इलाज के लिए बेहतर ढंग से सोचना होगा। रिटायरमेंट के बाद आप आगे क्या करेंगे इसकी प्लानिंग आपको अभी से ही करनी होगी। चाहे वो हेल्थ का मसला हो, या फिर पैसे जुटाने के बारे में सोच रहे हैं। हर क्षेत्र के बारे में आपको अभी से सोचना होगा।


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