Corona में डिजिटल लेनदेन: UPI के जरिये पैसे भेजने के दौरान रहें सावधान, ऐसे ठगे जा सकते हैं आप
अगर आप UPI के जरिये किसी को पेमेंट कर रहे हैं तो इसपर आपको खासा ध्यान देना होगा।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। देश में कोरोनावायरस के चलते 21 दिनों के लॉकडाउन का एलान है। काम-धंधा सब ठप पड़ा है। बस जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। RBI ने भी कहा है कि लोग ज्यादा से ज्यादा डिजिटल पेमेंट पर फोकस करें। ऐसे में अगर आप भी डिजिटल पेमेंट के किसी माध्यम का उपयोग कर रहे हैं तो सावधानी से करें। अगर आप UPI के जरिये किसी को पेमेंट कर रहे हैं तो इसपर आपको खासा ध्यान देना होगा।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के बारे में लोगों को लगातार जागरूक कर रहा है। UPI के जरिये ग्राहक रियल टाइम बेसिस पर एक बैंक खाते से दूसरे खाते में आसानी से और तुरंत पैसा भेज सकते है। UPI पेमेंट में यूजर को बैंक अकाउंट की डिटेल या बैंक कोड देने की कोई जरूरत नहीं है। एक व्यक्ति एक ही ऐप पर कई बैंक खातों का उपयोग कर सकता है।
UPI के जरिये पैसा भेजने पर इन जरूरी बातों का ख्याल करें
(1) सबसे पहले याद रखें कि कार्ड नंबर, यूपीआई पिन, ओटीपी, एक्सपायरी डेट सहित किसी को भी इस गोपनीय जानकारी के बारे में पता न होने दें। यदि किसी बैंक या किसी तीसरे पक्ष के मोबाइल ऐप से आधिकारिक प्रतिनिधि होने का नाटक करने वाला कोई व्यक्ति फोन करके कोई जानकारी मांगता है तो उन्हें आप आधिकारिक ईमेल भेजने के लिए कहें, हां यह याद रखें कि अपनी ईमेल आईडी साझा न करें। (क्योंकि बैंक या तीसरे पक्ष के ऐप पहले से ही होंगे अपने ईमेल आईडी को उनके रिकॉर्ड में देखें)
(2) किसी भी संदिग्ध खाते के बारे में तुरंत अपने बैंक को सूचित करें।
(3) कई ऐसे पेमेंट संबंधी एप्लिकेशन हैं जो आपको स्पैम नंबर के बारे में चेतावनी देते हैं। यदि आपको किसी अज्ञात खाते से भुगतान के लिए कहा जा रहा है तो स्पैम चेतावनियों पर नजर बरकरार रखें।
(4) आपको बस अपने बैंक के आधिकारिक डोमेन या थर्ड पार्टी ऐप के ईमेल का जवाब देना है।
(5) अगर कभी ऑनलाइन खरीदारी कर रहे हैं तो हमेशा प्रतिष्ठित ऑनलाइन व्यापारियों और बाजार से उत्पाद खरीदें।