Credit Score रहेगा बेहतर तो आपको मिलेंगे ये 3 बड़े फायदे
अगर आप भी नियमित रूप से अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की जांच कर रहे हैं तो आपको कुछ फायदे मिल सकते हैं।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। मौजूदा दौर में हमारे सामने अनिश्चितता का माहौल है। COVID-19 महामारी के होने से लोग आर्थिक तौर पर तंगी का सामना कर रहे हैं। इससे आजीविका को नुकसान हुआ है और इसने अर्थव्यवस्थाओं को धीमा कर दिया है। इससे बचने के लिए लोग वित्तीय कदम भी उठा रहे हैं। लोग इमरजेंसी फंड को बढ़ावा देना और चल रहे संकट के आर्थिक नतीजों से निपटने के लिए पर्याप्त बीमा कवरेज को बनाए रखना चाहते हैं। कई लोग अपने क्रेडिट रिपोर्ट की नियमित रूप से जांच करके इस पर नजर रख रहे हैं। ऐसे में अगर आप भी नियमित रूप से अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की जांच कर रहे हैं तो आपको कुछ फायदे मिल सकते हैं।
1. कम EMI में होम लोन
COVID-19 संकट के चलते आरबीआई को सिस्टम में नकदी बढ़ाने के लिए रेपो दर में कटौती करना पड़ा, जिसके चलते होम लोन की ब्याज दरें कम हो गईं। हालांकि, यह होमबॉयर्स के लिए अच्छा है जो कम दरों पर लोन चाह रहे थे। जबकि, सबसे कम होम लोन की दर बेहतर क्रेडिट स्कोर वाले लोगों को दी जाती है। रेपो-लिंक्ड होम लोन पर ब्याज दरें उधारकर्ता की क्रेडिट प्रोफाइल के अनुसार कैलिब्रेट की जाती हैं। उसका क्रेडिट स्कोर जितना कम होगा, उसकी ब्याज दर उतनी ही अधिक होगी। इसलिए, यदि आप होम लोन लेना चाहते हैं तो अपने क्रेडिट स्कोर को पहले से जांचकर 750 से ऊपर रखें।
2. पर्सनल लोन
कोरोना के चलते इमरजेंसी संकट को देखते हुए लोग लोन लेने के बारे में सोच रहे हैं। हालांकि, बहुत से लोग लोन सुरक्षित रखने के लिए घरेलू सोना, बीमा पॉलिसियों को बीच में नहीं लाना चाहते हैं। इसलिए पर्सनल लोन उनके लिए सबसे अच्छा विकल्प साबित हो रहा है। अगर क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो पर्सनल लोन भी आसानी से मिल जाएगा। इस बीच क्रेडिट स्कोर को आप 750 से ऊपर रखें तो अच्छा होगा। इसलिए, पर्सनल लोन लेने की प्लानिंग करते समय नियमित रूप से अपने क्रेडिट स्कोर की जांच करते रहें।
3. क्रेडिट स्कोर का सुधार
कई बार क्रेडिट स्कोर में मामूली अनदेखी के कारण क्रेडिट कार्ड से भुगतान की समय सीमा खत्म हो जाने पर या क्रेडिट कार्ड का अधिक उपयोग करने पर क्रेडिट स्कोर में फर्क आता है। इसके बावजूद जब हम पर्सनल लोन, कार लोन या होम लोन जैसी महत्वपूर्ण सुविधाओं के लिए आवेदन कर रहे होते हैं, तो एक खराब क्रेडिट स्कोर के गलत प्रभाव पड़ते हैं। इसलिए क्रेडिट स्कोर को सुधारते रहें और इस पर नजर बनाएं रखें।