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Credit Card कंपनियां आपसे छुपाती हैं ये 5 बातें, जानिए क्या है ये सीक्रेट

जानिए कौन सी हैं वो बातें जो क्रेडिट कार्ड लेने के वक़्त आपको ध्यान में रखना चाहिए।

By NiteshEdited By: Published: Wed, 06 May 2020 07:00 AM (IST)Updated: Wed, 06 May 2020 09:09 AM (IST)
Credit Card कंपनियां आपसे छुपाती हैं ये 5 बातें, जानिए क्या है ये सीक्रेट
Credit Card कंपनियां आपसे छुपाती हैं ये 5 बातें, जानिए क्या है ये सीक्रेट

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Credit Card के लिए अक्सर बैंक की तरफ से फोन आते हैं। अगर आप किसी अच्छी कंपनी में काम कर रहे हैं तो आपको ज्यादा क्रेडिट लिमिट के बार में भी बताया जाता है। बैंक क्रेडिट कार्ड देने के लिए तरह-तरह के ऑफर की चर्चा करते हैं। हालांकि कुछ ऐसी बातें भी हैं जो बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनियां आपसे छुपाती हैं, आपको क्रेडिट कार्ड लेने से पहले इन बातों पर गौर करना चाहिए। जानिए कौन सी हैं वो बातें जो क्रेडिट कार्ड लेने के वक़्त आपको ध्यान में रखना चाहिए।

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लोन: बड़े बुजुर्ग से अक्सर सुना होगा कि कर्ज लेने से बचना चाहिए। क्रेडिट कार्ड से फायदा यह है कि आप किसी भी समय, कहीं भी खरीदारी कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको लोन की राशि जमा करनी होती है। हालांकि, इसके लिए एक ही बार पूरी राशि न दें तो भी कोई बात नहीं, इसके लिए आप किस्तों में भी पेमेंट कर सकते हैं।

ज्यादा जुर्माना: यदि आप क्रेडिट कार्ड से खरीदारी करके हर महीने न्यूनतम भुगतान करते हैं, तो इसके बदले आपको ब्याज देना होता है। यदि भुगतान में चूक हो जाती है तो ब्याज के साथ ज्यादा जुर्माना देना होता है। इसके अलावा क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने के लिए भी शुल्क देना होता है।

कैश निकालना महंगा: यदि आप क्रेडिट कार्ड से कभी कैश निकालते हैं तो यह भी आपको महंगा पड़ेगा। इसके लिए ज्यादा ब्याज देना होता है। इसके भुगतान में चूक होने पर ब्याज के साथ जुर्माना भी देना होता है।

उच्च ब्याज दर: बैंक अगले महीने तक शेष राशि को आगे बढ़ाने के लिए नहीं कहता है! बैंक आपके बैलेंस पर ब्याज लेता है, यह बहुत अधिक होता है। कई बार क्रेडिट से खरीदारी करने पर छूट का ऑफर बताया जाता है, लेकिन कार्ड से खर्च किए हुए पैसों को भरने के समय मिलने वाली छूट ब्याज के रूप में खत्म हो जाती है।

क्रेडिट एक्टिविटी: क्रेडिट कार्ड देने वाला बैंक कार्ड की समीक्षा करता रहता है। आमतौर पर, ये समीक्षा हर छह से 12 महीने होती है। अगर आपने क्रेडिट कार्ड को लेकर कोई नकारात्मक बदलाव किया है या भुगतान में कोई गलती की है तो क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता को यह सारी बात पता चलते रहती है। अगर उसे कुछ गड़बड़ लगा तो वह ब्याज दर बढ़ा सकता है।


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