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    Infosys Buyback 2025 Record Date: इंफोसिस बायबैक की आज है रिकॉर्ड डेट, इससे कमाई पर टैक्स को लेकर क्या है नियम?

    Updated: Fri, 14 Nov 2025 09:07 AM (IST)

    इंफोसिस ने 18,000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक की घोषणा की है, जिसके लिए 14 नवंबर रिकॉर्ड डेट है। कंपनी का शेयर बायबैक भविष्य में विश्वास का संकेत है और इससे शेयरधारकों को लाभ होता है। आवेदन करने के लिए, प्रस्ताव पत्र पढ़ें और ब्रोकर खाते के माध्यम से आवेदन करें। नए नियमों के अनुसार, शेयरधारकों को मिलने वाली राशि पर टैक्स लगेगा।

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    Infosys Buyback 2025 record date: इफोसिस बायबैक के लिए कैसे करें अप्लाई, आज है आखिरी मौका

    नई दिल्ली। भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी, इंफोसिस (Infosys Buyback 2025 Record Date) ने 12 सितंबर को अपने पाँचवें और अब तक के सबसे बड़े 18,000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक की घोषणा की थी। इसके लिए रिकॉर्ड डेट 14 नवंबर, यानी आज तय की गई है। अगर आप इंफोसिस के शेयरधारक हैं और इस बायबैक में भाग लेने के इच्छुक हैं, तो यह आपके लिए खास तारीख है।

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    इंफोसिस बायबैक रिकॉर्ड डेट यानी जो निवेशक इस शेयर बायबैक में हिस्सा लेना चाहते हैं, उन्हें आज, 14 नवंबर (कंपनी के तय रिकॉर्ड डेट) को अपने खाते में शेयर रखने होंगे। अगर कोई आज शेयर खरीदता है, तो वह बायबैक के लिए पात्र नहीं होगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि T+1 निपटान के नतीजतन, किसी विशेष दिन खरीदे गए शेयरों का उसी दिन निपटान नहीं होता है। यही वजह है कि, रिकॉर्ड डेट की सुबह खरीदारी करने वाले निवेशकों का नाम रिकॉर्ड लिस्ट में नहीं होगा।

    इंफोसिस शेयर बायबैक के लिए आवेदन कैसे करें?

    इंफोसिस शेयर बायबैक की बेसिक चीजें

    इंफोसिस के शेयर बायबैक के बारे में समझने वाला पहला और सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह क्यों महत्वपूर्ण है? आमतौर पर किसी कंपनी के शेयर बायबैक का मतलब होता है कि कंपनी अपने मौजूदा शेयरधारकों से शेयर खरीदेगी। कोई कंपनी ऐसा क्यों करना चाहती है, इसके कई कारण हो सकते हैं? जिनमें

    1. कंपनी का भविष्य में दृढ़ विश्वास और भरोसे का संकेत। खासकर जब शेयर प्रीमियम पर खरीदे जाते हैं, जैसा कि इस मामले में हुआ।
    2. शेयरधारकों को अतिरिक्त/अधिशेष नकदी लौटाना और शेयरधारक मूल्य में वृद्धि करना
    3. प्रति शेयर आय को बढ़ावा देना

    इंफोसिस शेयर बायबैक के लिए कौन पात्र है?

    सबसे बड़ा सवाल है कि इस बायबैक के लिए कौन पात्र हैं? यही कारण है कि रिकॉर्ड डेट महत्वपूर्ण है। जिन शेयरधारकों के खाते में रिकॉर्ड डेट तक शेयर होते हैं, वे बायबैक के लिए पात्र हो जाते हैं।

    इंफोसिस शेयर बायबैक: आवेदन कैसे करें?

    यदि आप शेयर बायबैक में भाग लेने के इच्छुक हैं, तो यहां हम आपको स्टेप बाय स्टेप जानकारी दे रहे हैं।

    1  इन चीजों ध्यान रखें

    बायबैक विंडो, आकार, मूल्य और पात्रता के बारे में विवरण जानने के लिए प्रस्ताव पत्र को ध्यानपूर्वक पढ़ें

    2. निविदा जमा करना

    इसके बाद अपने ब्रोकर खाते में लॉग इन करना और कॉर्पोरेट गतिविधियों के अंतर्गत बायबैक चुनना और इंफोसिस बायबैक चुनना। अपनी पात्रता के आधार पर, आप मात्रा तय कर सकते हैं या ओवरसब्सक्राइब भी कर सकते हैं।

    3. आपका आवेदन स्वीकार किया जाना

    आपको यह समझना होगा कि हर किसी के शेयर स्वीकार नहीं किए जाएंगे। केवल 2.4% शेयर ही वापस खरीदे जा रहे हैं। खरीदे जाने वाले शेयर स्वीकृति अनुपात पर आधारित होंगे।

    4. भुगतान जमा किया जाएगा

    स्वीकार किए गए शेयरों के लिए भुगतान जमा किया जाएगा। जिन शेयरों को वापस नहीं खरीदा जाता है, उन्हें शेयरधारक के डीमैट खाते में वापस कर दिया जाता है।

    इंफोसिस शेयर बायबैक: टैक्स प्रभाव

    अगला बड़ा सवाल यह है कि क्या इन बायबैक पर टैक्स का असर पड़ेगा? 1 अक्टूबर, 2024 से लागू होने वाले नए टैक्स नियमों के मुताबिक, कंपनी पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। शेयरधारकों को मिलने वाली राशि को डिविडेंड के बराबर माना जाएगा और उन्हें अपनी पात्रता के अनुसार आयकर स्लैब के अनुसार टैक्स देना होगा।

    जिरोधा के फाउंडर नितिन कामथ ने बायबैक पर टैक्स पर क्या कहा?

    जिरोधा के फाउंडर नितिन कामथ के मुताबिक यदि आप 1800 रुपये (वर्तमान प्राइस लगभग 1550 रुपये) पर बायबैक में भाग लेते हैं, तो आपको मिले फायदे को अन्य सोर्स से हुई कमाई मानी जाएगी और उस पर आपके लागू स्लैब दर के अनुसार टैक्स लगाया जाएगा। ऐसे में यह पूरे निवेश मूल्य को पूंजीगत हानि माना जाता है।

    वहीं दूसरी तरफ यदि आपके पास अन्य पूंजीगत लाभ हैं जिनकी भरपाई इन पूंजीगत हानियों से की जा सकती है, तो इस स्थिति में बायबैक आकर्षक हो जाता है। यदि निवेश 1 साल से कम के लिए किया गया था, तो यह शॉर्ट टर्म कैपिटल लॉस है और 1 साल से ज्यादा से ज्यादा के लिए, यह लॉन्ग टर्म कैपिटल लॉस है। इनके अलावा यह डिविडेंड जैसा ही है।

     

     

    इंफोसिस शेयर बायबैक इतिहास

    यह इंफोसिस का पांचवां और टेक दिग्गज का अब तक का सबसे बड़ा शेयर बायबैक है। कंपनी ने इससे पहले 2017, 2019, 2021 और 2022-2023 में बायबैक किया था। इनमें से प्रत्येक बायबैक 18-30% के प्रीमियम पर हुआ है।

    यह भी पढ़ें: ₹18000 करोड़ का सबसे बड़ा बायबैक, पर शामिल नहीं होंगे नारायण मूर्ति-सुधा मूर्ति; क्या हैं मायने?

    "शेयर से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।"


    (डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)

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