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Yes Bank ने FPO के लिए 12 रुपये प्रति शेयर तय की आधार दर, न्यूनतम 1,000 शेयरों के लिए लगा सकेंगे बोली

Yes Bank FPO Share Price सामान्य तौर पर एफपीओ में शेयर की कीमत मौजूदा भाव से कम रखी जाती है। आईपीओ और एफपीओ दोनों में ही आम नागरिक शेयर खरीद सकते हैं।

By Pawan JayaswalEdited By: Published: Fri, 10 Jul 2020 03:10 PM (IST)Updated: Sat, 11 Jul 2020 09:43 AM (IST)
Yes Bank ने FPO के लिए 12 रुपये प्रति शेयर तय की आधार दर, न्यूनतम 1,000 शेयरों के लिए लगा सकेंगे बोली
Yes Bank ने FPO के लिए 12 रुपये प्रति शेयर तय की आधार दर, न्यूनतम 1,000 शेयरों के लिए लगा सकेंगे बोली

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। यस बैंक (Yes Bank) ने फोलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) के लिए आधार दर तय कर दी है। बैंक ने 12 रुपये प्रति शेयर आधार दर तय की है। यस बैंक ने शुक्रवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को बताया कि उसके निदेशक मंडल की पूंजी जुटाने वाली समिति (CRC) ने एक बैठक में एफपीओ के लिए आधार दर 12 रुपये प्रति शेयर रखे जाने को मंजूरी दी है। वहीं, एफपीओ के लिए अधिकतम दर 13 रुपये प्रति शेयर रखी गई है। बैंक की एफपीओ के जरिए 15,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना है।

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बैंक की पूंजी जुटाने वाली समिति ने तय किया है कि निवेशक कम से कम 1,000 शेयरों की बोली लगा सकेंगे। इसे एक हजार के गुणक में ही आगे बढ़ाया जा सकता है। साथ ही समिति ने अपने योग्य कर्मचारियों को एफपीओ में एक रुपये प्रति शेयर की विशेष छूट देने का भी फैसला लिया है। बैंक का एफपीओ 15 जुलाई 2020 को खुलेगा और 17 जुलाई 2020 को बंद हो जाएगा।

गौरतलब है कि इस सप्ताह ही यस बैंक को अपने निदेशक बोर्ड की पूंजी जुटाने वाली समिति से एफपीओ के जरिए पूंजी जुटाने की मंजूरी मिली थी। बैंक ने एक रेगूलेटरी फाइलिंग में कहा था कि उसने महाराष्ट्र में कंपनी पंजीयक के सामने 7 जुलाई 2020 को रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RRP) दाखिल किया था। 

एसबीआई ने बुधवार को एक बयान में बताया था कि बैंक की केंद्रीय बोर्ड की कार्यकारी समिति ने यस बैंक के एफपीओ में अधिकतम 1,760 करोड़ रुपये तक निवेश करने की अनुमति दी है। शुक्रवार दोपहर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर यस बैंक का शेयर 5.25 फीसद या 1.40 की गिरावट के साथ 25.25 रुपये पर ट्रेंड कर रहा था।

क्या होता है एफपीओ?

कोई कंपनी शेयर बाजार में लिस्टेड होने के लिए सबसे पहले आईपीओ (IPO) जारी करती है। इसके बाद लिस्टेड कंपनी फिर से शेयरधारकों के लिए शेयर जारी करने के लिए एफपीओ लाती है। आईपीओ को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम और एफपीओ को फॉलो-ऑन या फर्दर पब्लिक ऑफर कहते हैं। कंपनी एफपीओ के माध्यम से अपने कारोबार के विस्तार के लिए पूंजी जुटाने का काम करती है। सामान्य तौर पर एफपीओ में शेयर की कीमत मौजूदा भाव से कम रखी जाती है। आईपीओ और एफपीओ दोनों में ही आम नागरिक शेयर खरीद सकते हैं।


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