ये हैं इस साल के टॉप 6 शॉर्ट ड्यूरेशन डेट फंड्स, रिटर्न देने के मामले में बैंक FD को छोड़ा काफी पीछे
बैंकों के फिक्स्ड डिपॉजिट की दरें जहां लगातार घटती ही जा रही हैं वैसे में शॉर्ट डयूरेशन डेट फंडों ने निवेशकों को मालामाल कर दिया है।
नई दिल्ली, मनीश कुमार मिश्र। क्या आप भी बैंकों के फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करते हैं? अगर हां, तो हम बताएंगे कि कम जोखिम उठाते हुए आप किस प्रकार म्युचुअल फंडों से ज्यादा बेहतर रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। याद रखिए, एक बड़ी रकम जो आप बैंकों के फिक्स्ड डिपॉजिट में लगाते हैं उस पर मिलने वाले रिटर्न में 0.5 फीसद का अंतर भी बड़ा असर डालता है। आज हम बात करेंगे साल 2019 में सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले ऐसे 6 शॉर्ट ड्यूरेशन डेट फंडों की जिसने कम जोखिम उठाने वाले निवेशकों को 10.78 फीसद तक का रिटर्न दिया है।
बैंकों के फिक्स्ड डिपॉजिट की दरें जहां लगातार घटती ही जा रही हैं वैसे में शॉर्ट डयूरेशन डेट फंडों ने निवेशकों को मालामाल कर दिया है। आईडीएफसी ऑल सीजंस बॉन्ड फंड ने तो एक साल में 10.78 फीसद तक का रिटर्न दिया है। वहीं, आईडीएफसी बॉन्ड फंड शॉर्ट टर्म प्लान ने 10.23 फीसद का रिटर्न दिया है। एक्सिस शॉर्ट टर्म प्लान ने 9.97 फीसद, एचडीएफसी शॉर्ट टर्म डेट फंड ने 9.82 फीसद, कोटक बॉन्ड-शॉर्ट टर्म रेगुलर फंड ने 9.79 फीसद और एसबीआई शॉर्ट टर्म डेट फंड ने 9.75 फीसद का रिटर्न दिया है। यह किसी भी बैंक एफडी की तुलना में अधिक है।
(स्रोत : valueresearch, रिटर्न 12 दिसंबर के अनुसार)
क्या होते हैं शॉर्ट ड्यूरेशन डेट फंड्स?
शॉर्ट ड्यूरेशन डेट फंड ऐसे म्युचुअल फंड होते हैं जिनमें 1 से तीन साल की अवधि तक के लिए निवेश किया जा सकता है। इन फंडों में जोखिम कम होता है और ये रिटर्न भी आम तौर पर बैंकों के फिक्स्ड डिपॉजिट्स से ज्यादा देते हैं।
क्या आपको करना चाहिए शॉर्ट ड्यूरेशन डेट फंडों में निवेश?
सेबी रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर और सर्टिफायड फाइनेंशियल प्लानर जितेंद्र सोलंकी कहते हैं कि जो निवेशक एक से तीन साल की अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं उनके लिए शॉर्ट टर्म ड्यूरेशन डेट फंड्स एक बेहतर विकल्प है। यह हमेशा ही बैंकों के फिक्स्ड डिपॉजिट्स से बेहतर रिटर्न देते हैं। ये ऐसे सिक्योरिटीज में इन्वेस्ट करते हैं जिनकी मैच्योरिटी अवधि 1 से तीन साल होती है।