PPF की ब्याज दर घटने की दशा में क्या निवेश करना होगा फायदे का सौदा, जानिए लंबे समय में कैसा रहता है इसका प्रदर्शन
सरकार द्वारा प्रायोजित योजना होने के चलते पीपीएफ किसी अन्य निश्चित आय उत्पाद की तुलना में अधिक सुरक्षित है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। PPF पर ब्याज दर अन्य निवेश उत्पादों की तुलना में ज्यादा है। पीपीएफ का पैसा सरकार के लिए उधार लेने का एक बड़ा स्रोत है। जब मौजूदा दौर में कोरोना के चलते अनिश्चितता का माहौल है, हर तरफ नौकरी की छंटनी हो रही है, या लोगों के वेतन में कटौती का सिलसिला जारी है, तब ऐसे समय में आपके लिए बेहतर निवेश विकल्प क्या है? आपको क्या करना चाहिए? अगर बात वर्ष 1986 से 2000 की करें तो PPF से 12% का रिटर्न मिलता था। 2002 और 2017 के बीच यह घटकर 8-9% तक आ गया।
मौजूदा समय में यह 7.1% का ब्याज दे रहा है। वित्तीय योजनाकारों का कहना है कि पीपीएफ पर ब्याज दर पिछले कुछ वर्षों से गिर रही है, लेकिन यह गिरावट अर्थव्यवस्था में सामान्य ब्याज दरों में गिरावट के अनुरूप नहीं है। पिछले जितने भी उदाहरण देखे जा रहे हैं, उनमें पीपीएफ की दरें अन्य दीर्घकालिक निवेश उत्पादों की तुलना में अधिक रही हैं और भविष्य में भी ब्याज दरों में गिरावट जारी रहने की उम्मीद है।
सरकार द्वारा प्रायोजित योजना होने के चलते पीपीएफ किसी अन्य निश्चित आय उत्पाद की तुलना में अधिक सुरक्षित है। PPF का सबसे बड़ा लाभ इसकी ब्याज आय की का-मुक्त होना है। नई कर व्यवस्था में भी पीपीएफ से अर्जित ब्याज कर मुक्त है।
PPF पर्याप्त नकदी देता है
लंबी अवधि के निवेश उत्पाद होने के बावजूद PPF अपने निवेशकों को पर्याप्त नकदी सुविधा प्रदान करता है। तीसरे वर्ष से आप अपने पीपीएफ बैलेंस पर फिर से लोन ले सकते हैं और सातवें वर्ष से आप अपने पीपीएफ खाते से आंशिक निकासी कर सकते हैं।
पीपीएफ मैच्योरिटी
एक बार जब आप 15-वर्ष के कार्यकाल को पूरा कर लेते हैं, तो आपके पास योगदान के साथ या बिना पांच साल के ब्लॉक द्वारा खाते का विस्तार करने का विकल्प होता है। यदि आप बैंक या डाकघर को सूचना नहीं देते हैं तो पीपीएफ खाता ऑटोमेटिक विस्तारित हो जाता है और आपको संचित शेष राशि पर ब्याज मिलता रहता है। लेकिन आप इस खाते में कोई योगदान नहीं दे सकते।