पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट और बैंक आरडी के क्या हैं फायदे, जानिए
देश भर के सभी प्रमुख बैंकों के साथ-साथ डाकघर भी रेकरिंग डिपॉजिट (RD) की पेशकश करते हैं
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। देश भर के सभी प्रमुख बैंकों के साथ-साथ डाकघर भी रेकरिंग डिपॉजिट (RD) की पेशकश करते हैं, जो कि टर्म डिपॉजिट का एक रूप है। इसके माध्यम से एक निश्चित राशि को समय-समय पर जमा किया जा सकता है, जिसमें सामान्य रूप से 6 महीने से 10 साल के बीच की अवधि होती है। आरडी की लोकप्रियता इसलिए है क्योंकि यह निवेशकों को जोखिम मुक्त निवेश के अवसर देता है। इसलिए, विशेषज्ञ पोस्ट ऑफिस या बैंक आरडी का विकल्प चुनने को सुझाव देते हैं। हम इस खबर में आपको पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट और बैंक रेकरिंग डिपॉजिट के बारे में बता रहे हैं।
बैंक रेकरिंग डिपॉजिट: नियमित सेविंग के लिहाज से यह बेहतर है। आरडी पर ब्याज दरें 7.25 फीसद से 9 फीसद तक होती हैं। ये कस्टमर के प्लान और बैंक पर निर्भर करता है। इसमें अधिकांश बैंकों की रेकरिंग डिपॉजिट में निवेश की न्यूनतम सीमा 100 रुपये से शुरू है। वहीं, अधिकतम सीमा 1.5 लाख रुपये तक है। खाते में पांच से 10,000 हजार रुपए तक मेंटेन रखने होते हैं।
पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट: अगर आप भी निवेश के लिए ज्यादा पैसों की बचत करने में सक्षम नहीं हैं तो पोस्ट ऑफिस की एक स्कीम आपकी मदद कर सकती है। जी हां, 5 वर्षीय पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट अकाउंट (आरडी) आपको यह सुविधा देता है। इस खाते को आप अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस में जाकर खुलवा सकते हैं। इस खाते को मात्र 10 रुपये से खोला जा सकता है।
इस खाते पर मिलने वाला ब्याज 6.9 फीसद होता है। इस खाते में नॉमिनेशन की सुविधा मिलती है। आप किसी डाकघर में जितने चाहे उतने खाते खोल सकते हैं। इसमें दो वयस्कों का साझा खाता (ज्वाइंट अकाउंट) भी खोला जा सकता है। इसमें आप अपनी बचत के हिसाब से हर महीने कुछ न कुछ निवेश कर सकते हैं।