Mutual Funds में अभी इस रणनीति के साथ करें Investment, होगा फायदा ही फायदा
Mutual Fund Investment इस समय आपका निवेश किया गया हर एक रुपया लंबे समय में आकर्षक रिटर्न जरूर देकर जाएगा।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। निवेश माध्यमों में म्युचुअल फंड इस समय काफी लोकप्रिय है। खासकर युवाओं में इसे लेकर काफी आकर्षण है। इक्विटी बाजारों की अपेक्षा कम जोखिम वाला और सहज होने के कारण लोग इसमें निवेश करना पसंद करते हैं। इस डिजिटल युग में हम अपने आस-पास कई युवाओं को मोबाइल के जरिए ही म्युचुअल फंड में निवेश करता पा सकते हैं। लेकिन किसी भी निवेश के लिए परिस्थिति के अनुसार, एक सटीक रणनीति का होना बहुत जरूरी होता है। इस समय पूरी दुनिया आर्थिंक संकट से गुजर रही है। कोरना वायरस के प्रकोप ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को मंदी के मुहाने पर ला खड़ा किया है।
हाल ही में शेयर बाजरों ने जबरदस्त गिरावट का दौर देखा है। किसी भी नए निवेशक को गिरता हुआ बाजार लुभा सकता है। यहां यह अवश्य जान लेना चाहिए कि कॉरपोरेट्स की बिजनेस रिकवरी समय लेती है। शेयर बाजारों को अपने पुराने स्तर तक आने में कितना समय लगेगा, इस बारे में निश्चित तौर पर कुछ कहा नहीं जा सकता। लेकिन यह जरूर कहा जा सकता है कि इस समय आपका निवेश किया हर एक रुपया लंबे समय में आकर्षक रिटर्न जरूर देकर जाएगा। आज हम म्युचुअल फंड निवेशकों को मौजूदा समय के हिसाब से कुछ निवेश रणनीति बताने जा रहे हैं, आइए जानते हैं कि यह क्या है।
1. टुकड़ों में करें निवेश
एक्सपर्ट कभी भी इक्विटी में एक साथ बड़ी राशि निवेश करने की सलाह नहीं देते हैं, क्योंकि हम नहीं जानते की बिजनेस कब पटरी पर लौटेगा। सही तरीका यह है कि निवेशक अपने निवेश के तीन या चार पार्ट करे और उन्हें अगले कुछ महीनों तक बारी-बारी से निवेश करें।
2. अपनी SIP को टॉप अप करें
अगर इक्विटी फंड्स में आपकी कुछ एसआईपी चल रही हैं, तो एक्सपर्ट यह सलाह देते हैं कि आप उन्हें टॉप अप करें ताकि आप कम NAV में अधिक युनिट्स खरीद सकें।
3. मौजूदा SIP को बंद ना करें
अगर आप अपनी मौजूदा एसआईपीज को टॉप अप नहीं करा सकते हैं, तो उन्हें बंद ना करें। अनिश्चितता का समय में, जो कि अभी है, निवेश के लिए बेहतर होता है क्योंकि इसमें आप जोखिम वाले एसेट्स कम मूल्य पर खरीद सकते हैं। जब परिस्थितियां सामान्य हो जाएंगी, तो मार्केट भी अभी के स्तर पर नहीं रहेगा। इसलिए एक्सपर्ट्स यह सलाह देते हैं कि ऐसे समय में अपनी मौजूदा एसआईपी को जारी रखना चाहिए। एक्सपर्ट्स के अनुसार, आप पांच से सात साल बाद काफी काफी अच्छा रिटर्न पा सकते हैं।
4. घबराकर बिकवाली ना करें
अनिश्चितता के समय में यह अधिकतर देखने को मिलता है कि निवेशक घबराकर बिकवाली कर देते हैं, यह किसी भी निवेशक के लिए सबसे भयावय स्थिति हो सकती है। मौजूदा स्तर पर घबराकर बिकवाली करने से आपके पोर्टफोलियो को काफी नुकसान पहुंच सकता है, क्योंकि इस समय आप काफी कम कीमतों पर बिकवाली कर देंगे।
5. एसेट एलोकेशन की समीक्षा करें
इस अनिश्चितता के समय में निवेशक को अपने एसेट एलोकेशन की समीक्षा जरूर करनी चाहिए। अगर आपका इक्विटी में कम एक्सपोजर हैं, तो यह उसे बढ़ाने का सही समय है। इसके अलावा आप अपने मौजूदा फिक्स्ड डिपॉजिट या डेब्ट म्युचुअल फंड से कुछ राशि को इक्विटी फंड में ट्रांसफर करने का भी सोच सकते हैं।
6. सिस्टेमैटिक ट्रांसफर प्लान्स के जरिए करें निवेश
अगर आपके पास निवेश के लिए बड़ी राशि है, तो आप उस राशि को लिक्विड या ओवरनाइट फंड में डाल सकते हैं। इस राशि को आप सिस्टेमैटिक ट्रांसफर प्लान्स (STP) के जरिए छह महीने या एक साल की अवधि के लिए एक लार्ज कैप या मल्टी कैप फंड में ट्रांसफर करें। आप स्मॉल कैप फंड की तुलना में लार्ज कैप फंड को तरजीह दें, क्योंकि बाजार के रिकवर होने पर स्मॉल कैप स्टॉक्स की तुलना में लार्ज कैप स्टॉक तेजी से रिकवर होते हैं।