राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र: कितना फायदेमंद होगा आपका निवेश, जानिए
केंद्र सरकार ने बैंकों को राष्ट्रीय बचत पत्र के तहत जमा स्वीकार करने की अनुमति दे दी है
नई दिल्ली (जेएनएन)। डाकघरों से मिलने वाला राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र निवेश का एक बेहतर विकल्प माना जाता है। सरकार ने आम आदमी की बचत को प्रोत्साहन देने के लिए हाल ही में बैंकों को राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र के तहत जमा स्वीकार करने की अनुमति दे दी है। यानी अब राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र के लिए लोग डाकघर के बजाए बैंक भी जा सकेंगे। हम अपनी इस खबर में आपको इससे जुड़ी हर अहम बात बताने जा रहे हैं।
क्या है सरकार का ताजा फैसला: अब बैंक भी राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी) व मासिक आय योजना समेत तमाम लघु बचत स्कीमों के तहत जमा स्वीकार करेंगे। केंद्र सरकार ने इसके लिए बैंकों को मंजूरी दे दी है। अब तक अधिकांश स्माल सेविंग्स स्कीमें डाकघरों के जरिये ही बेची जाती थीं। अधिसूचना के मुताबिक सभी सरकारी बैंक और निजी क्षेत्र के तीनों दिग्गज-आइसीआइसीआइ, एक्सिस और एचडीएफसी बैंक लघु बचत स्कीमों के तहत डिपॉजिट स्वीकार कर सकेंगे। अभी तक बैंक लोक भविष्य निधि (पीपीएफ), किसान विकास पत्र-2014, सुकन्या समृद्धि योजना, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना-2004 के लिए ही सब्सक्रिप्शन स्वीकार कर सकते थे। अब सभी स्कीमों के लिए बैंकों को अनुमति देने के चलते सरकार ज्यादा धनराशि जुटा सकेगी।
क्या है राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी): अगर आप सुरक्षित निवेश के साथ बेहतर रिटर्न भी चाहते हैं तो आपको इसका चयन करना चाहिए। इस योजना को सरकारी कर्मचारी, बिजनेसमैन और कर अदा करने वाले अन्य वेतन भोगियों की जरूरतों को मद्देनजर रखते हुए जारी किया गया है। इसमें निवेश की कोई सीमा नहीं होती है। राष्ट्रीय बचत पत्र दो तरह के होते हैं पहला है, टाइप-1 (VIII इश्यू) और दूसरा, टाइप-2 (IX इश्यू)। इस पर टीडीएस नहीं कटता है। ट्रस्ट और एचयूएफ इसमें निवेश नहीं कर सकते हैं। इसमें जमा पर 7.8 फीसद की दर से ब्याज मिलता है। इसमें जमा पर आयकर की धारा 80सी के तहत छूट मिलती है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट: फाइनेंशियल प्लानर जितेंद्र सोलंकी ने बताया कि जैसा कि राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र पर मिलने वाला रिटर्न पूरी तरह से टैक्सेबल होता है लिहाजा यह हायर टैक्स स्लैब में आने वाले करदाताओ के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है। हां अगर आप किसी टैक्स स्लैब में नहीं और या तो फिर आप 10 फीसद की टैक्स स्लैब में है तो यह जरूर आपके लिए फायदे का सौदा हो सकता है। नहीं तो एनएससी की तुलना में आपको म्युचुअल फंड बेहतर रिटर्न दे सकता है।