नौकरी शुरू करते ही इन पांच बातों का रखें ख्याल, होगा आपका फायदा
जब कभी आप नई नौकरी शुरू करें तो पहले महीने से ही बचत की आदत डालें।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। नई नौकरी की शुरुआत से ही यानी पहले महीने से ही बचत की आदत डाल लेनी चाहिए। क्योंकि जब आपके ऊपर कोई वित्तीय जिम्मेदारी नहीं होती है तब बचत आसान होती है और आपको किसी वक्त पैसे की जरूरत पड़े तो आपके द्वारा सेव किया गया पैसा काम सकता है। वैसे तो गैजेट, फैशन और घूमने में पैसा खर्च करना आसान है लेकिन, अगर आपके भीतर बचत की आदत बनी रहेगी तो ये हमेशा आपके काम आने वाली बात है। हम आपको पांच ऐसे फाइनेंशियल स्टेप्स बता रहे हैं जिसे फॉलो कर आप अपना भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं।
स्टूडेंट लोन का भुगतान पहले करें:
- यदि आपने पहले लोन ले रखा है तो नौकरी मिलने के बाद आपकी पहली प्राथमिकता लोन चुकाने की होनी चाहिए। क्योंकि आप इसमें जितना देरी करेंगे लोन पर लिया जाने वाला ब्याज और अधिक बढ़ता जाएगा। इसलिए अपने ऊपर से बोझ कम करने के लिए सबसे पहले लोन को भर दें।
बजट बनाएं और बचत शुरू करें: बजट बनाने से आपको अंदाजा मिल जाएगा कि आप कितना खर्च करना चाहते हैं। कोशिश करें कि अपनी मासिक आय में से 70:30 के अनुपात में खर्च और बचत करें। जब आप बजट तैयार कर लें तो महीने के शुरुआत में अपने खर्चों को अलग कर लें और जो राशि बचती है उसे कहीं जमा कर दें।
निवेश से पहले प्लान: अपनी बचत को कहीं भी निवेश करने से पहले एक प्लान तैयार करें कि आप उसे कहां लगाना चाहते हैं। कहीं भी बिना सोचे समझे निवेश से बेहतर है कि इत्मिनान से सोच समझकर फैसला लिया जाए। पूरा समय लेकर पता करें कि सबसे ज्यादा रिटर्न किसमें है। निवेश के लिए इक्विटी या म्युचुअल फंड सही विकल्प हो सकता। आरडी भी अच्छा ऑप्शन है।
एसआईपी में करें निवेश: कमाई के शुरुआत से ही निवेश की आदत डालें। जितनी जल्दी आप निवेश करना शुरू करेंगे, आपको आगे चलकर उतना ही ज्यादा फायदा होगा। आप हर महीने अपनी कमाई का कुछ पैसा निकालकर एसआईपी के जरिए म्युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। अच्छी बात यह है कि म्युचुअल फंड में आप 500 रुपये से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। वेतन बढ़ने के साथ आप निवेश की राशि बढ़ा सकते हैं। ध्यान रहे, म्युचुअल फंड में आप जितने लंबी अवधि के लिए निवेश करेंगे आपको रिटर्न उतना ही ज्यादा मिलेगा।
इमरजेंसी के लिए कर लें तैयारी: एक जगह निवेश के अलावा वर्तमान में भविष्य के मुश्किल हालात से निपटने के लिए कुछ पैसों का जुगाड़ कर लें। जैसे बीमारी, दुर्घटना, नौकरी की कमी, प्राकृतिक आपदा जैसे इमरजेंसी से निपटने के लिए कुछ वैकल्पिक आय तैयार रखें। इमरजेंसी में निपटने के लिए स्वास्थ्य बीमा कराकर रखें।