अपने बच्चे की शिक्षा को लेकर कर रहे प्लानिंग, आपको रखना होगा इन बातों का ध्यान
अपने बच्चे की पढ़ाई को लेकर मां-बाप को अक्सर चिंता रहती है। शिक्षा की जरूरत को लेकर मां-बाप को इसके लिए सोचना भी चाहिए।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अपने बच्चे की पढ़ाई को लेकर मां-बाप को अक्सर चिंता रहती है। शिक्षा की जरूरत को लेकर मां-बाप को इसके लिए सोचना भी चाहिए। अगर माता-पिता अपने बच्चे की उच्च शिक्षा के लिए बचत करने की योजना बना रहे हैं, तो उन्हें विशेषज्ञों से इस बारे में सलाह भी ले लेनी चाहिए। साथ ही माता-पिता को अपने बच्चे के रूचि को लेकर भी ख्याल रखना चाहिए। हम यहां कुछ बातें बता रहे हैं जिनका ख्याल आपको रखना चाहिए।...
समय के साथ सोच बदलें: बचत के पुराने तरीकों के बारे में सोचने से बेहतर है कि एसेट क्लास निश्चित रूप से जोखिम लेने की क्षमता के आधार पर चुना जाना चाहिए। हालांकि, आपके पास जो संपत्ति है उसी में से 10 से 15 सालों के लिए निवेश कर बच्चे की पढाई के लिए पैसा बचा सकते हैं। आप लॉन्ग टर्म निवेश को लेकर सोच सकते हैं, जो आपको आगे भी फायदा पहुंचाएगा।
बच्चे के मन की बात भी समझें: बच्चे की उच्च शिक्षा के लिए स्वतंत्र निर्णय लेने से बचें। बचत और निवेश शुरू करने से पहले हर माता-पिता को इसके बारे में सोचना चाहिए। अगर माता-पिता अपने बच्चे को डॉक्टर बनाना चाहते हैं तो इसमें बच्चे की मर्जी भी तलाश लें कि बच्चा क्या चाहता है। सबसे ज्यादा जरूरी है कि बच्चे की मन की बात भी समझी जाए।
अगर आप अपनी बात मनवाएंगे तो इससे बच्चे के ऊपर ज्यादा बोझ आएगा क्योंकि हो सकता है कि आपका बच्चा कुछ और करना चाह रहा हो, किसी और फील्ड में करियर बनाना चाह रहा हो और आप उससे कुछ और कराना चाहते हों।
कम समय के लिए क्या हो प्लानिंग
मसलन, अल्पकालिक उद्देश्यों (3 से 5 वर्ष) के लिए, आप फिक्स्ड डिपॉजिट, रेकरिंग डिपॉजिट, डेब्ट म्युचुअल फंड चुन सकते हैं।
दीर्घकालिक उद्देश्य क्या हो
दीर्घकालिक उद्देश्यों (10 वर्ष और अधिक) के लिए, आप निश्चित रूप से पीपीएफ, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र, सुकन्या समृद्धि खाता और अन्य कई दीर्घकालिक निवेश विकल्पों को चुन सकते हैं। इसके लिए आप चाहें तो किसी बेहतर वित्तीय सलाहकार की मदद ले सकते हैं।