Job चले जाने पर या तुरंत मेडिकल खर्च की स्थिति में Emergency Fund आएगा काम, जानिए कैसे होगा तैयार
एक इमरजेंसी फंड वह है जो आपकी आय रुक जाने पर या कोई बड़ा वित्तीय बोझ आने पर आपकी आर्थिक जरूरतों को पूरा कर सके।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अगर यह कहा जाए कि मानव जीवन कई सारी अनिश्चितताओं से भरा होता है, तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। जीवन कई सारे सरप्राइज मनुष्य को देता है। जरूरी नहीं कि इनमें सभी सुखद ही हों, बहुत से ऐसे भी हो सकते हैं, जो आपके दुख और अवसाद में ला दें। ऐसी परिस्थितियों के लिए व्यक्ति का पहले से ही तैयार होना बहुत जरूरी होता है। ऐसा कहा जाता है कि अनहोनी को कोई नहीं टाल सकता, लेकिन उससे पैदा होने वाले आर्थिक संकट को जरूर रोका जा सकता है। आर्थिक संकट को इमरजेंसी फंड के माध्यम से रोका जा सकता है।
प्राइवेट सेक्टर की छोटी कंपनियों में काम करने वाले लोगों में अक्सर अपनी जॉब चले जाने का डर बना रहता है। बेरोजगारी के ताजा आंकड़े बताते हैं कि मौजूदा राष्ट्रीय लॉकडाउन से बेरोजगारी दर में 23.4 फीसद वृद्धि होने का अनुमान है। जॉब चले जाने पर आय का प्रमुख साधन बंद हो जाता है, लेकिन खर्चे यथावत बने रहते हैं, ऐसे में एक इमरजेंसी फंड व्यक्ति को आर्थिक संकट से बचा सकता है। इसी तरह मेडिकल इमरजेंसी भी अचानक से एक बड़ा आर्थिक बोझ व्यक्ति के ऊपर डाल देती है। अगर पहले से कोई इमरजेंसी फंड नहीं हो, तो व्यक्ति कर्ज के बोझ तले दब सकता है। आइए जानते हैं कि एक इमरजेंसी फंड किस तरह तैयार करना चाहिए।
जानिए कितना हो इमरजेंसी फंड
एक इमरजेंसी फंड वह है जो आपकी आय रुक जाने पर या कोई बड़ा वित्तीय बोझ आने पर आपकी आर्थिक जरूरतों को पूरा कर सके। इस फंड की कोई आदर्श साइज नहीं होती, क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति की जरूरतें भिन्न हो सकती हैं। लेकिन शुरुआत के लिए एक इमरजेंसी फंड इतना बड़ा तो होना चाहिए कि तीन से छह महीने की आपकी जरूरतों को पूरा कर सके। वहीं, कोरोना वायरस जैसी महामारी के दौरान वित्तीय चुनौतियों को देखते हुए यह फंड अगर 12 महीनों या अधिक समय की आपकी जरूरतों को पूरा करने वाला हो, तो इसमें कोई बुराई नहीं है। इस फंड तक आपकी आसान पहुंच होनी चाहिए। वहीं, अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए इस फंड का उपयोग नहीं करना चाहिए। याद रखें कि यह एक इमरजेंसी फंड है और इसका उपयोग इमरजेंसी के समय में ही हो।
इस तरह बनाएं इमरजेंसी फंड
इमरजेंसी फंड तैयार करने के लिए आपके हर महीने एक तय राशि फिक्स्ड या रिक्युरिंग डिपॉजिट अथवा उच्च ब्याज दर वाले बचत खाते में जमा करानी चाहिए। आप लिक्विड म्युचुअल फंड्स में भी निवेश कर सकते हैं, जो आसान लिक्विडिटी उपलब्ध करा सकते हैं। यह सब विकल्प आपकी पूंजी को सुरक्षा तो प्रदान करेंगे ही और साथ ही ब्याज भी मिलता रहेगा। पर्याप्त इमरजेंसी फंड बन जाने के बाज आप डिपॉजिट करना बंद कर सकते हैं। जब आपकी आय बंद हो जाए या फिर मेडिकल इमरजेंसी हो, तो ऐसी स्थिति में आप इस फंड को काम ले सकते हैं।