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COVID-19: Credit Score की नियमित जांच करते हैं तो आपको मिलेंगे ये 3 बड़े फायदे

कई लोग अपने क्रेडिट रिपोर्ट की नियमित रूप से जांच करके इस पर नजर रख रहे हैं। और ऐसे समय में नियमित रूप से अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करना अच्छी आदत है।

By NiteshEdited By: Published: Wed, 22 Jul 2020 07:00 AM (IST)Updated: Sat, 25 Jul 2020 07:14 PM (IST)
COVID-19: Credit Score की नियमित जांच करते हैं तो आपको मिलेंगे ये 3 बड़े फायदे
COVID-19: Credit Score की नियमित जांच करते हैं तो आपको मिलेंगे ये 3 बड़े फायदे

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। मौजूदा दौर में हम अनिश्चितताओं के असामान्य समय से गुजर रहे हैं। COVID-19 महामारी सामने है और हर जगह इसी की चर्चा है। इससे आजीविका को नुकसान हुआ है और इसने अर्थव्यवस्थाओं को धीमा कर दिया है। इससे बचने के लिए लोग वित्तीय कदम भी उठा रहे हैं जैसे कि उनके इमरजेंसी फंड को बढ़ावा देना और चल रहे संकट के आर्थिक नतीजों से निपटने के लिए पर्याप्त बीमा कवरेज को बनाए रखना। कई लोग अपने क्रेडिट रिपोर्ट की नियमित रूप से जांच करके इस पर नजर रख रहे हैं। और ऐसे समय में नियमित रूप से अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करना अच्छी आदत है।

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1. पर्सनल लोन की सुविधा

कम आय के इस समय में कई लोग एक इमरजेंसी संकट से निपटने के लिए लोन लेने पर विचार कर रहे हैं। अब उनमें से बहुत से लोग लोन सुरक्षित रखने के लिए घरेलू सोना, बीमा पॉलिसियों को बीच में नहीं लाना चाहते हैं। इसलिए वे पर्सनल लोन की ओर रुख कर रहे हैं। हालांकि, ये लोन भी उन्हें आसानी से मिल जाएगा जिसका क्रेडिट स्कोर है (आमतौर पर 750 से ऊपर) होगा। इसलिए, यदि आप एक पर्सनल लोन लेने की योजना बना रहे हैं, तो नियमित आधार पर अपने क्रेडिट स्कोर की जांच करते रहें।

2. कम EMI में होम लोन ऑफर मिलने में आसानी

COVID-19 संकट ने आरबीआई को सिस्टम में नकदी बढ़ाने के लिए रेपो दर में कटौती करना पड़ा, जिसके परिणामस्वरूप होम लोन की ब्याज दरें कम हो गईं। अब यह उन होमबॉयर्स के लिए अच्छा है जो कम दरों पर लोन चाह रहे थे। हालांकि, सबसे कम होम लोन की दर बेहतर क्रेडिट स्कोर वाले लोगों को दी जाती है।

रेपो-लिंक्ड होम लोन पर ब्याज दरें उधारकर्ता की क्रेडिट प्रोफाइल के अनुसार कैलिब्रेट की जाती हैं। उसका क्रेडिट स्कोर जितना कम होगा, उसकी ब्याज दर उतनी ही अधिक होगी। यह उन लोगों के लिए भी है जो अपने मौजूदा बेस लेंडिंग रेट (BLR) या मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स लेंडिंग रेट (MCLR) होम लोन से लेकर ब्याज दरों में कमी के लिए रेपो-लिंक्ड लोन पर विचार कर रहे हैं। इसलिए, यदि आपके पास अपने इमरजेंसी फंड को प्रभावित किए बिना घर खरीदने के लिए जरूरी मार्जिन मनी है और आप ऐसा करने के लिए होम लोन लेने की योजना बना रहे हैं, तो आपको अपने क्रेडिट स्कोर को पहले से जांचना होगा और अगर यह 750 से कम है तो इसे सुधारें।

3. अपने क्रेडिट स्कोर को सुधारने में मदद

कई बार क्रेडिट स्कोर में मामूली अनदेखी के कारण क्रेडिट कार्ड से भुगतान की समय सीमा खत्म हो जाना या क्रेडिट कार्ड का अधिक उपयोग करना या बहुत अधिक लोन के लिए आवेदन करना या लोन चूक करने या निपटाने जैसी गंभीर गलतियों के कारण भी क्रेडिट स्कोर में देखी जा सकती है। इसके बावजूद जब हम पर्सनल लोन, कार लोन या होम लोन जैसी महत्वपूर्ण सुविधाओं के लिए आवेदन कर रहे होते हैं, तो एक खराब क्रेडिट स्कोर के प्रभाव प्रतिकूल हो सकते हैं। ये लोन पर उच्च ब्याज दर या हमारे लोन आवेदनों की एकमुश्त अस्वीकृति हो सकती है। इसलिए क्रेडिट स्कोर को सुधारते रहें और इस पर नजर बनाएं रखें।


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