अफवाहों के गिरफ्त में दलाल पथ, व्हाट्सएप मैसेज से धाराशायी हुआ Infibeam का शेयर-निवेशकों के 1600 करोड़ स्वाहा
सोशल मीडिया पर फैले पुराने मैसेज की वजह से दलाल पथ पर इंफीबीम का शेयर धाराशायी हो गया।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। दलाल पथ अफवाहों की चपेट में आता दिख रहा है। दीवान हाउसिंग फाइनेंस के बाद सोशल मीडिया पर तेजी से फैला एक मैसेज इंफीबीम के शेयर को धाराशायी कर गया। कंपनी के एजीएम (वार्षिक बैठक) से एक दिन पहले कंपनी का शेयर 71 फीसद तक लुढ़क गया, जिससे निवेशकों का करीब 1600 करोड़ रुपये एक झटके में स्वाहा हो गया।
कंपनी की तरफ से सफाई दिए जाने के बाद भी शेयरों में कोई रिकवरी नहीं हुई। इंफीबीम का एजीएम 29 सितंबर को प्रस्तावित है।
न्यूज वायर ब्लूमबर्ग ने दौलत कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड के एनालिस्ट भवीन मेहता के हवाले से बताया है कि एक्वेरिस सिक्योरिटीज प्राइवेट (Equirus Securities) लिमिटेड के नाम से व्हाट्सएप पर कंपनी लेकर एक मैसेज फैलना शुरू हुआ और देखते ही देखते हुए कंपनी का शेयर टूटने लगा।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में कंपनी का शेयर (70.24 फीसद) की गिरावट के साथ 58.80 रुपये पर बंद हुआ। आंकड़ों के मुताबिक शुक्रवार को कंपनी का बाजार पूंजीकरण घटकर करीब 3900 करोड़ रुपये हो गया, जो गुरुवार को 5,553.82 करोड़ रुपये था।
मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने नाम नहीं छापे जाने की शर्त पर ब्लूमबर्ग को बताया कि यह मैसेज एक्वेरिस के विश्लेषकों की तरफ से कुछ क्लाइंट को कई महीनों पहले भेजा गया था लेकिन यह गुरुवार को एक बार फिर से सर्कुलेट होने लगा।
शुक्रवार को जब कंपनी के शेयरों में अचानक बिकवाली शुरू हुई तो कंपनी की तरफ से स्टॉक एक्सचेंज को यह सफाई देनी पड़ी कि उसके पास ऐसी कोई सूचना नहीं है, जो शेयरों की कीमतों को प्रभावित कर सकती है।
व्हाट्सएप मैसेज में अन्य बातों के अलावा इस बात का कथित रूप से जिक्र है कि उसने अपनी यूनिट्स को ब्याज मुक्त अनसिक्योर्ड लोन दे रखा है। कंपनी के सालाना रिपोर्ट के मुताबिक उसने 31 मार्च तक सहायक कंपनियों को बिजनेस ऑपरेशंस के लिए 135 करोड़ रुपये का ब्याज मुक्त कर्ज दे रखा है।
कंपनी ने कहा, ‘उसने स्टॉक एक्सचेंज की तरफ से मांगी गई सभी जानकारी समय पर दी है। ऐसी कोई जानकारी लंबित नहीं है, जिसका असर शेयरों की कीमतों पर हो सकता है।’
अहमदाबाद की यह कंपनी सॉफ्टवेयर डिवेलपमेंट सर्विसेज, मेंटनेंस, वेब डिवेलपमेंट, ई-कॉमर्स और अन्य सेवाओं को मुहैया कराती है। कंपनी मार्च 2016 में बाजार में लिस्ट हुई थी।
इससे पहले भी शेयर बाजार में फैले अफवाह की वजह से दीवान हाउसिंग फाइनेंस के शेयर दिन भर में 50 फीसद से अधिक लुढ़क गए थे। डीएसपी के करीब 300 करोड़ रुपये के कमर्शियल पेपर को बेचे जाने के बाद डीएचएफएल के डिफॉल्ट होने की अफवाह उड़ी थी, जिसका प्रबंधन ने खंडन किया था।
दैनिक जागरण इनमें से किसी भी आरोपों की पुष्टि नहीं करता है।
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