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वोडा डील का रास्ता साफ, 15 फीसद तक उछला आइडिया का शेयर

वोडाफोन और आइडिया की तरफ से सरकार को बकाए रकम का भुगतान किए जाने के बाद इस डील के पूरा होने का रास्ता साफ हो गया है।

By Abhishek ParasharEdited By: Published: Tue, 24 Jul 2018 04:30 PM (IST)Updated: Tue, 24 Jul 2018 04:43 PM (IST)
वोडा डील का रास्ता साफ, 15 फीसद तक उछला आइडिया का शेयर

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्युलर के दूरसंचार विभाग (डीओटी) की तरफ से मांगी गई नकदी और बैंक गारंटी जमा कराए जाने के बाद आइडिया के काउंटर पर हुई जमकर खरीदारी की वजह से कंपनी के शेयरों में शानदार उछाल आया।

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बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर आइडिया के शेयर में करीब 16 फीसद से अधिक तक उछाल आया, जो पिछले एक महीने में आई सबसे बड़ी तेजी है। हालांकि कारोबार के अंत में कंपनी का शेयर 7.31 फीसद की तेजी के साथ 56.50 रुपये पर बंद हुआ।

मंगलवार को हुई क्लोजिंग के आधार पर आइडिया का बाजार पूंजीकरण 24,633.48 करोड़ रुपये रहा। वोडाफोन इंडिया भारतीय बाजार में सूचीबद्ध कंपनी नहीं है। वोडाफोन इंडिया, ब्रिटिश मल्टीनैशनल टेलीकम्युनिकेशंस वोडाफोन पीएलसी का हिस्सा है, जो लंदन स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनी है।


दोनों कंपनियों की तरफ से 7,268 करोड़ रुपये का भुगतान किए जाने के बाद भारतीय टेलीकॉम क्षेत्र में होने वाले सबसे बड़े विलय का रास्ता साफ हो गया है।

विभाग ने दोनों कंपनियों के विलय को मंजूरी देने के लिए इस बकाया रकम का भुगतान किए जाने की शर्त रखी थी। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक आइडिया ने 39.26 अरब रुपये और बैंक गारंटी के रूप में 33.22 अरब रुपये का भुगतान किया है। डील पर अंतिम मंजूरी मिलने के बाद दूरसंचार विभाग वोडाफोन का लाइसेंस और स्पेक्ट्रम आइडिया को सौंप देगा।

खबरों के मुताबिक इस बकाये रकम का भुगतान करने के बाद अगले कुछ दिनों में सरकार की तरफ से अंतिम मंजूरी मिल सकती है। विलय के बाद बनने वाली कंपनी का नाम वोडाफोन इंडिया होगा। गौरतलब है कि दोनों कंपनियों ने बकाये की रकम को दोबारा गणना कराए जाने की अपील की थी, लेकिन इस उनकी इस अपील पर दूरसंचार विभाग कोई जवाब नहीं दिया।

माना जा रहा है कि दोनों कंपनियों के विलय के बाद भारत के टेलीकॉम मार्केट का समीकरण पूरी तरह से बदल जाएगा। रिलायंस जियो की शुरुआत के बाद से टेलीकॉम मार्केट में प्राइस वॉर की स्थिति बनी हुई है, जिसके जल्द खत्म होने के आसार नहीं दिख रहे हैं। इस विलय के बाद भारतीय टेलीकॉम मार्केट में वोडाफोन इंडिया, एयरटेल और जियो का वर्चस्व होगा।

भारतीय बाजार में जियो के आक्रामक दखल के बाद कंपनियों के एकीकरण की शुरुआत हुई है। मौजूदा स्थिति में जियो के पास टेलीकॉम मार्केट का करीब 20 फीसद रेवेन्यू है।

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