10 लाख बैंक कर्मचारी मई के अंत में कर सकते हैं 2 दिन की हड़ताल, जानिए क्या है वजह
एआईबीईए के जनरल सेक्रेटरी सी एच वेंकेंटचलम ने बताया कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गईं तो दो दिन की हड़ताल हो सकती है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। मई के आखिर में सरकारी और निजी क्षेत्र के करीब 10 लाख बैंक कर्मचारी हड़ताल कर सकते हैं। ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉई एसोसिएशन (एआईबीईए) के प्रमुख ने कहा कि अगर सरकार, इंडियन बैंक एसोसिएशन (आईबीए) को बेहतर प्रस्ताव देने के लिए नहीं कहती है,तो यह हड़ताल हो सकती है।
एआईबीईए के जनरल सेक्रेटरी सी एच वेंकेंटचलम ने बताया, “यह बड़े शर्म की बात है कि एक तरफ तो बैंकों का मुनाफा बड़े कार्पोरेट्स के बैड लोन में तब्दील हो रहा है, जिसे रिट ऑफ किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ बैंक कर्मचारियों की वाजिब मांगों को भी नहीं माना जा रहा है। अगर वित्त मंत्रालय हस्तक्षेप कर आईबीए को ऑफर सुधारने को नहीं कहता है तो यह तय किया गया है कि इस महीने 48 घंटे की लगातार हड़ताल की जाएगी।”
वेज रिवीजन को लेकर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (यूएफबीयू)- जो कि बैंक यूनियन की अंब्रेला बॉडी है और आईबीआई जो कि तमाम बैंकों का प्रतिनिधित्व कर रहा है के बीच शनिवार को हुई बैठक बेनतीजा रही थी। वेंकटचलम ने कहा आईबीए ने 31 मार्च, 2017 से टोटल वेज बिल में कुल मजदूरी बिल पर 2 फीसद की वृद्धि की पेशकश की थी।
10वें बाईपार्टाइट वेज सेटलमेंट जिसे 1 नवंबर 2012 से प्रभावी कर दिया दिया गया था पर आईबीए ने टोटल वेज बिल में 15 फीसद की बढ़ोतरी की थी। वेंकेटचलम ने कहा कि यूनियन ने 2 फीसद की वेतन बढ़ोतरी की पेशकश को खारिज कर दिया है।