Move to Jagran APP

टाटा टेलीसर्विसेज ने दर्ज किया अबतक का सबसे बड़ा नुकसान, 274.7 अरब रुपये का हुआ घाटा: रिपोर्ट

टाटा टेलीसर्विसेज को मार्च 2018 में समाप्त तिमाही में 274.7 अरब रुपये का घाटा हुआ है जो कि भारतीय उद्योग जगत में किसी भी कंपनी में हुआ अबतक का सबसे बड़ा घाटा है

By Surbhi JainEdited By: Published: Mon, 16 Jul 2018 03:34 PM (IST)Updated: Mon, 16 Jul 2018 03:34 PM (IST)
टाटा टेलीसर्विसेज ने दर्ज किया अबतक का सबसे बड़ा नुकसान, 274.7 अरब रुपये का हुआ घाटा: रिपोर्ट

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। टाटा टेलीसर्विसेज को वित्त वर्ष 2018 की आखिरी तिमाही में रिकॉर्ड घाटा हुआ है। जानकारी के लिए बता दें कि बीते वर्ष अक्टूबर महीने में कंपनी ने अपना वायरलैस सेवा कारोबार मुफ्त में भारती एयरटेल को हस्तांतरित कर दिया था। कंपनी को मार्च 2018 में समाप्त तिमाही में 274.7 अरब रुपये का घाटा हुआ है। यह जानकारी एक रिपोर्ट के हवाले से है। गौरतलब है कि यह भारतीय उद्योग जगत में किसी भी कंपनी में हुआ अबतक का सबसे बड़ा घाटा है। नुकसान की मुख्य वजह कंपनी की ओर से वायरलैस सेवा कारोबार को बट्टे खाते में डालना है।

loksabha election banner

समीक्षाधीन अवधि के दौरान कंपनी का नेटवर्थ गिरकर ऋणात्मक 454 अरब रुपये  स्तर पर आ गया है। बता दें कि वित्त वर्ष 2018 में टाटा टेलीसर्विसेज की शुद्ध बिक्री 69.4 अरब रुपये रही है। बीते वर्ष कंपनी को 120 अरब रुपये की आय हुई थी। टाटा टेली का वर्ष 2018 में ऑपरेटिंग लॉस 6.56 अरब रुपये रहा है। टाटा कम्युनिकेशंस में केंद्र सरकार की भी 26 फीसद हिस्सेदारी है।

साइरस मिस्त्री ने चेयरमैन पद से हटाये जाने के समय कहा था कि यदि टाटा टेली को बंद किया जाता है तो समूह को एक भारी भरकम राशि बट्टे खाते में डालनी होगी। टाटा टेलीसर्विसेज का गठन वर्ष 1995 में हुआ था। 15 जून, 2018 तक टाटा संस के पास 70.4 फीसद और शेष हिस्सेदारी टाटा समूह की अन्य कंपनियों के पास है।   


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.