एस गुरुमूर्ति और सतीश मराठे को आरबीआई के बोर्ड में मिली जगह, अंशकालिक निदेशक नियुक्त
केंद्र सरकार ने मंगलवार को सतीश काशीनाथ मराठे और स्वामीनाथन गुरुमूर्ति को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के केंद्रीय बोर्ड का गैर-आधिकारिक निदेशक नियुक्त करने की घोषणा की।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। केंद्र सरकार ने मंगलवार को सतीश काशीनाथ मराठे और स्वामीनाथन गुरुमूर्ति को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के केंद्रीय बोर्ड का अंशकालिक निदेशक नियुक्त कर दिया है। कैबिनेट की नियुक्ति कमिटी के मुताबिक, नई नियुक्ति चार साल के लिए हुई है।
उनकी नियुक्ति का प्रस्ताव केंद्रीय वित्त मंत्रालय की वित्तीय सेवा विभाग की ओर से भेजा गया है। स्वामीनाथन गुरुमूर्ति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और स्वदेशी जगरन मंच के सह-संयोजक पद से भी जुड़े हैं।
मालूम हो कि इन दो नियुक्तियों के बाद आरबीआई बोर्ड में 10 निदेशक हो गए हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्वामीनाथन गुरुमूर्ति ने चार्टेड अकाउंटेंट की ट्रेनिंग ली है, साथ ही वह पत्रकार, लेखक भी रह चुके हैं। उन्होंने हिन्दुत्व और बैंकिंग फाइनेंस पर कई लेख लिखा है। वो पब्लिशिंग ग्रुप से जुड़े रहे हैं। गुरुमूर्ति की नजदीकी रामनाथ गोयनका ग्रुप के अखबार से भी रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुमूर्ति तमिलनाडु की राजनीति में भी सक्रिय रहे हैं। उन्होंने बैंक ऑफ इंडिया और यूनाइटेड वेस्टर्न बैंक जो कि बाद में आईडीबीआई बैंक बन गया के साथ भी काम किया है।