बैड लोन: PNB ने FY19 की पहली तिमाही में की 7,700 करोड़ रुपये की रिकवरी
पीएनबी के मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील मेहता ने बताया है कि पहली तिमाही में ही 2 से 3 बड़े अकाउंट का निपटान किया जा चुका है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। घोटालों में सबसे ज्यादा प्रभावित हुए पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान 7,700 करोड़ रुपये से अधिक के बैड लोन की रिकवरी की है जो कि बीते वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान रिकवर हुई कुल राशि से भी ज्यादा है। यह संकेत है कि पीएनबी अब कायाकल्प की ओर बढ़ रहा है। यह जानकारी बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी है।
दिवाला और दिवालियापन संहिता (आईबीसी) की संकल्प प्रक्रिया ने पंजाब नेशनल बैंक की काफी हद तक मदद की है, जिसमें करीब 2 बिलियन डॉलर तक के वित्तीय फ्रॉड का मामला सामने आया था, जिसमें नीरव मोदी और उनके चाचा मेहुल चौकसी मुख्य आरोपी हैं।
पीएनबी के मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील मेहता ने बताया, “पहली तिमाही में ही 2 से 3 बड़े अकाउंट का निपटान किया जा चुका है। इसके परिणाम स्वरूप बैंक को अकेले रेजोल्यूशन प्रोसेस के जरिए 3,000 करोड़ रुपये मिल चुके हैं।” इस तिमाही (अप्रैल-जून 2018-19) के दौरान दो बड़े खातों भूषण स्टील और इलेक्ट्रोस्टील को आईबीसी प्रोसेस के जरिए निपटाया गया है।
उन्होंने कहा, “बीते वित्त वर्ष में बैंक ने करीब 5,400 करोड़ रुपये की रिकवरी की थी। इसके मुकाबले हमने पहली तिमाही में ही 7,700 करोड़ रुपये की रिकवरी कर ली है। इस तरह की बड़ी रिकवरी में आईबीसी ने बड़ी भूमिका निभाई है क्योंकि दो बड़े खातों का निपटान किया गया है।” आगे बढ़ते हुए मेहता ने कहा कि एस्सार स्टील और भूषण पावर एंड स्टील के अलावा अन्य खातों के निपटान से भी अच्छी वैल्यू मिलने की उम्मीद है।