लगातार दूसरे दिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हुआ इजाफा, जानिए क्या हैं आपके शहर में दाम
लगातार दूसरे दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों में तेजी दर्ज की गई है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। लगातार दूसरे दिन दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। जानकारी के लिए बता दें कि पेट्रोल एवं डीजल की कीमतों में बीते एक माह बाद बीते दिन पहली बार इजाफा हुआ था। 14 से 15 पैसे की बढ़ोतरी के साथ दिल्ली में आज पेट्रोल की कीमतें 75.71 रुपये प्रति लीटर है। अन्य मेट्रो शहरों की बात करें तो मुंबई में 83.24 रुपये, कोलकता में 78.53 रुपये और चेन्नई में 78.72 रुपये प्रति लीटर के भाव से पेट्रोल बिक रहा है।
इसी तरह डीजल की बात करें तो इसमें भी आज 16 से 18 पैसे की तेजी हुई है। दिल्ली में डीजल की कीमतें बढ़कर 67.66 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं। मुंबई में 71.79 रुपये, कोलकता में 70.05 रुपये और चेन्नई में 71.42 रुपये प्रति लीटर का भाव है।
गौरतलब है कि गुरुवार को 36 दिनों के बाद पेट्रोल की कीमतें 16 से 17 पैसे और डीजल में 10 से 12 पैसे की तेजी दर्ज की गई थी। इन 36 दिनों में पेट्रोल की कीमतों में 2.88 पैसे प्रति लीटर और डीजल 1.93 पैसे प्रति लीटर कम हुआ है।
बता दें कि हाल ही में ओपेक देशों ने अपने प्रोडक्शन को 1 मिलियन बैरल प्रति लीटर के स्तर तक बढ़ाने का फैसला किया है। तीन प्रमुख सरकारी तेल विपणन कंपनियों आईओसी, भारत पेट्रोलियम कॉर्प लिमिटेड (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्प लिमिटेड (एचपीसीएल) रोजाना सुबह 6 बजे फ्यूल की कीमतों में संशोधन करती हैं। अन्य मेट्रो शहरों की तुलना में दिल्ली में पेट्रोल के भाव सबसे कम है क्योंकि यहां सेल्स टैक्स या वैल्यू एडिड टैक्स (वैट) कम है।
तीन प्रमुख सरकारी तेल विपणन कंपनियों आईओसी, भारत पेट्रोलियम कॉर्प लिमिटेड (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्प लिमिटेड (एचपीसीएल) ने पेट्रोल एवं डीजल की कीमतों में 26 जून से 5 जुलाई तक संशोधन नहीं किया गया था।
आईओसी के चेयरमैन संजीव सिंह ने बीते दिन बताया, “हमने ओपेक के प्रोडक्शन बढ़ाने के ताजा फैसले के चलते अंतरराष्ट्रीय कीमतों में नरमी की आकलन करते हुए बीते कुछ दिनों से कीमतों में बदलाव नहीं किया। हालांकि 1 जुलाई से 1 मिलियन बैरल का जो अतिरिक्त उत्पादन शुरु किया जाना है, जिसे ईरान के मुद्दे ने कम प्रभावी कर दिया है।”
पिछले महीने ओपेक ने उत्पादन बढ़ाने का फैसला किया था, लेकिन अमेरिका ने भारत, चीन और अन्य खरीदारों पर 4 नवंबर की समयसीमा तक ईरानी से होने वाले तेल के सभी तरह के आयात को समाप्त करने के लिए दबाव डाला है।